‘प्रोजेरिया’ (बचपन में बुढ़ापा) बीमारी के इलाज का पूरा खर्च उठायेगी सरकार
उज्जैन | मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ‘प्रोजेरिया’ जैसी गंभीर बीमारी के इलाज का पूरा खर्च सरकार उठायेगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि ऐसी गंभीर बीमारी के इलाज का हल अवश्य निकलेगा। श्री चौहान ने गत दिवस भोपाल में मध्यप्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग के एक दिन के अध्यक्ष 13 वर्षीय मास्टर श्रेयांश बाघमारे से भेंट की और उन्हें वचन दिया कि बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा एवं अन्य अधिकारों के संबंध में प्रभावी कार्रवाई की जायेगी। मास्टर श्रेयांश के जीवन को प्रेरणादायी बताते हुए श्री चौहान ने उनका सम्मान किया।
प्रोजेरिया एक ऐसी बीमारी है, जिसमें कम उम्र के बच्चों में भी बुढ़ापे के लक्षण दिखने लगते हैं। प्रोजेरिया बीमारी से ग्रसित मास्टर श्रेयांश ने बाल आयोग के एक दिन का अध्यक्ष बनने पर आयोग के कामों की समीक्षा की और सरकार से ‘प्रोजेरिया’ ग्रस्त लोगों का इलाज नि:शुल्क कराने की अपील की। बाल आयोग के अध्यक्ष डॉ. राघवेन्द्र को आदेशित करते हुए कहा कि दिव्यांग बच्चों के इस प्रकार के मंच उपलब्ध करवाने के लिए जिला स्तर तक आयोजन करवाये जाएं। श्री श्रेयांश ने आयोग की वेबसाइट www.cpcr.mp.gov.in का भी शुभारंभ किया।