टाटा के मुख्यालय बॉम्बे हाउॅस के बाहर पत्रकारों से हुई मारपीट
मुंबई में टाटा ग्रुप के हेडक्वार्टर के बाहर फोटोग्राफरों की पिटाई के मामले में टाटा ग्रुप ने माफी मांगी है. शुक्रवार को टाटा ग्रुप के हेडक्वार्टर बॉम्बे हाउस के बाहर सुरक्षा कर्मियों ने कुछ फोटोग्राफरों के साथ मारपीट की. इसमें तीन फोटोग्राफर घायल हुए हैं. टाटा ग्रुप के प्रवक्ता ने माफी मांगते हुए आगे से ऐसा बर्ताव ना होने का वादा किया है. मारपीट करने वाले सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है.
क्या है पूरा मामला?
साइरस मिस्त्री को चेयरमैन पद से हटाए जाने के बाद से टाटा ग्रुप चर्चा में बना हुआ है. शुक्रवार को फोटोग्राफर बॉम्बे हाउस के अंदर आने-जाने वाले लोगों की फोटो लेने के लिए खड़े थे. सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें वहां से जाने के कहा. इस बीच उनके बीच कहासुनी होने लगी. सुरक्षाकर्मियों ने उनपर हमला कर दिया, जिसमें तीन फोटोग्राफरों को चोटें आई हैं. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
घायल फोटोग्राफर ने सुनाई आपबीती
मारपीट में घायल एक फोटोग्राफर ने बताया, '6-7 सुरक्षाकर्मियों ने हमलोगों पर हमला किया. वे हमलोगों पर टूट पड़े, जैसे हमें मार ही डालेंगे. मैंने कभी ऐसे सुरक्षाकर्मी नहीं देखें. वे जानवरों की तरह बर्ताव कर रहे थे.'
टाटा ग्रुप के प्रवक्ता ने मांगी माफी
घटना के बाद टाटा ग्रुप के प्रवक्ता ने माफी मांगते हुए कहा, 'जब कुछ डायरेक्टर बॉम्बे हाउस में घुस रहे थे, तभी हमारा एक सुरक्षाकर्मी नीचे गिर गया. इसके बाद सुरक्षाकर्मियों को गुस्सा आ गया, जो नहीं होना चाहिए था. हम इसके लिए माफी मांगते हैं. आगे से ऐसी घटना ना हो, इसका ध्यान रखा जाएगा.'
हालांकि, बॉम्बे न्यूजपेपर फोटोग्राफर्स एसोसिएशन (BNPA) ने टाटा ग्रुप के माफी को मानने से इनकार कर दिया है. बीएनपीए ने आरोपी सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. बीएनपीए के सेक्रेटरी रजनीश ने कहा, 'हम इस घटना की निंदा करते हैं और आरोपी सुरक्षाकर्मियों की गिरफ्तारी की मांग करते हैं.' पुलिस ने घायल फोटोग्राफरों का बयान लिया है और जांच कर रही है.