600 साल के वाडियार राजघराने में रस्में शुरू, दूल्हा बनेंगे महाराज यदुवीर
मैसूर. वाडियार राजघराने के महाराज यदुवीर 27 जून को दूल्हा बनने जा रहे हैं। मैसूर पैलेस में मंडप की पूजा के साथ शादी की रस्में शुरू हो गई हैं। इसे वराह पूजा कहा जाता है। शादी की तैयारियां कई महीने से हो रही हैं। बता दें कि यदुवीर राजस्थान के डूंगरपुर की राजकुमारी तृषिका सिंह से शादी कर रहे हैं। पिछले साल ही उनकी ताजपोशी हुई थी।
पांच दिन चलेगी वेडिंग सेरेमनी, ये है डिटेल...
- प्री-वेडिंग रस्में शनिवार सुबह से ही शुरू हो गई हैं। ये 29 जून तक चलेगी।
- 27 जून, सोमवार को शुभ महूर्त सुबह 9.5 से 9.40 बजे के बीच मैसूर पैलेस के कल्याण मंडप में शादी होगी।
- इससे पहले 25 जून को सुबह 4 बजे यदुवीर को येन स्नान (ऑयल बाथ) कराया गया।
- रविवार को प्राइवेट फंक्शन में काशी यात्री रस्म निभाई गई।
- शादी के दिन यानी सोमवार को यदुवीर और तृषिका शाम 7.30 से 8.30 बजे तक झूले पर बैठेंगे और फूलों से बने बॉल के साथ खेलेंगे।
- मंगलवार को दरबार हॉल में शाम साढ़े सात बजे से ग्रैंड रिसेप्शन होगा। बताया जा रहा है कि इस जोड़े को आशीर्वाद देने के लिए 2000 गेस्ट आने वाले हैं।
महारानी ने खुद तैयार किए हैं यदुवीर के कपड़े
- जानकारी के मुताबिक, वाडियार राजघराने में शादी की तैयारी कई महीने पहले ही शुरू हो गई थीं।
- महारानी प्रमोदा देवी वाडियार ने खुद ही यदुवीर का वेडिंग ड्रेस बनाया है।
जब हुई थी यदुवीर की ताजपोशी...
- पिछले साल मई में मैसूर राजघराने को नया महाराज मिल था। उसी दौरान यदुवीर वडियार का राजतिलक हुआ था।
- बेंगलुरु से 150 किलोमीटर दूर अंबा विला पैलेस में यदुवीर 27th राजा हैं। मैसूर राजवंश भारत में अब तक सबसे ज्यादा समय (619 साल) तक राजशाही परंपरा को मानने वाला वंश है।
कौन हैं यदुवीर?
- 24 साल के यदुवीर पिछले साल ही अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ मेसाचुसेट्स से इंग्लिश और इकोनॉमिक्स की डिग्री लेकर लौटे हैं।
- महाराज बनने के बाद वे कृष्णदात्ता चामराजा वाडियार के नाम से भी जाने जाने लगे हैं।
- पिछले साल 23 फरवरी को महारानी ने यदुवीर को गोद लिया था और उन्हें राजा बनाने का एलान किया था।
- वाडियार राजघराने ने 1399 से मैसूर पर राज करना शुरू किया था। तब से राजा का एलान होते आया है।
- पिछली बार 1974 में राजतिलक हुआ था। तब यदुवीर के चाचा श्रीकांतदत्ता नरसिम्हाराजा वाडियार को गद्दी पर बैठाया गया था।
- 2013 में उनकी मौत हो गई थी। दो साल गद्दी खाली रही थी और उसके बाद यदुवीर को राजा बनाया गया।
- श्रीकांतादत्ता नरसिम्हा राजा वाडियार और रानी गायत्री देवी को संतान नहीं थी।