कलेक्टर ने गोंदिया प्रोसेसिंग प्लांट व अन्य फिल्टर प्लांट का औचक निरीक्षण किया निरीक्षण के दौरान कचरे के प्रसंस्करण का भी अवलोकन किया
उज्जैन- कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने शनिवार को वेधशाला मार्ग पर कचरा संग्रहण स्थल, पीपली नाका मार्ग पर स्थित नाला, कमेड में फ़िल्टर प्लांट,भेरुगढ स्थित वाटर प्लांट और गोंदिया में कचरा संग्रहण एवं यूनिट का निरीक्षण किया। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत श्रीमती जयति सिंह, वेस्ट मैनेजमेंट के प्लांट इंचार्ज श्री शंकर उपाध्याय एवं संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे। गोंदिया में निरीक्षण के दौरान बताया गया कि शहर से जाने वाले कचरे को किस प्रकार प्रोसेस किया जाता है। ज्ञात हो कि गोंदिया प्रोसेसिंग प्लांट में गीले कचरे से विंडो कम्पोस्टिंग के माध्यम से जैविक खाद बनाई जा रही है। जो कि नेशनल फर्टिलाइजर,कृभको और प्लांट के समीप गांवों से किसानों को दो जाती है। साथ ही सूखे कचरे को प्रोसेस करके आरडीएफ में बदला जाता है जो मध्यप्रदेश के सीमेंट प्लांट में पहुंचा कर कोयले के विकल्प के रूप में जलाकर समाप्त किया जाता है। विंडो से निकलने वाले रिजेक्शन को एस एल एफ में प्रोसेस हेतु डाला जाता है। प्लांट इंचार्ज द्वारा बताया गया कि नारियल की क्वांटिटी कम होने से इसको आगे प्रोसेस के लिए नहीं भेजा जा रहा है। प्लांट में ही रीयूज मैथड से प्लांट को नारियल से सुंदर बनाया जाता है। कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश दिया कि प्लांट की समस्त गतिविधियों पर एक बार पुनः चर्चा कर इसे और बेहतर कैसे किया जा सकता है इसके लिए कार्य योजना बनाई जाये।