देव दर्शन और पर्यटन के लिए सांसद अनिल फिरोजिया ने रखे प्रस्ताव, 20 से अधिक प्रस्तावों पर रेलवे महाप्रबंधक के साथ की चर्चा
उज्जैन - महाकाल लोक निर्माण के बाद महाकालेश्वर दर्शनों के लिए उज्जैन में पूरे देश से आने वाले यात्रियों की संख्या में बहुत अधिक वृद्धि हुई है साथ ही 2028 में सिंहस्थ महापर्व भी आने वाला है। आमजानों की सुविधा को देखते हुए उज्जैन आलोट संासद अनिल फिरोजिया द्वारा अपने क्षेत्र की महत्वपूर्ण समस्याओं को पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार मिश्र के सम्मुख रखा गया। संासद ने अपने पत्र के जरिए कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव एवं समस्याओं के निराकरण करने के लिए पत्र प्रेषित किया, जिसमें रेलवे की जनसुविधाएं बढ़ाने की मांग की गई।
पत्र के महत्वपूर्ण बिन्दु
1. उज्जैन-देवास-इंदौर के बीच वंदे मेट्रो ट्रेन के चार-पॉच फेरे आने जाने के लिए प्रारंभ किए जाना चाहिए।
2. उज्जैन से भोपाल के बीच नमो भारत मेट्रो ट्रेन चलाई जाना चाहिए। जैसे अहमदाबाद से भुज के बीच चलाई जा रही है। यह गाड़ी उज्जैन से भोपाल के लिये प्रातः 7 बजे प्रस्थान कर भोपाल रानी कमलापति स्टेशन 10 बजे पहुॅचे। शाम को पुनः 6 बजे चलकर रात्रि 9 बजे उज्जैन लौटे।
3. उज्जैन-फतेहाबाद-इंदौर के बीच दो फेरे वंदे मेट्रो ट्रेन के चलाना चाहिए।
4. उज्जैन-देवास-इंदौर-फतेहाबाद-बड़नगर-रतलाम-नागदा-उज्जैन के लिये वंदे भारत मेट्रो सर्कुलर ट्रेन चलाई जाएगी, तो पूरे क्षेत्र की जनता को अत्यधिक सुविधा प्राप्त होगी।
5. दो नई वंदे भारत ट्रेने उज्जैन से नईदिल्ली एवं उज्जैन से मुम्बई के लिए चलाने का भी प्रस्ताव दिया गया।
6. भारतीय रेलवे द्वारा अमृत भारत ट्रेनों को भी प्रारंभ किया गया है। इन गाड़ियों में केवल शयनयान एवं सामान्य श्रेणी के आधुनिक सुविधायुक्त कोचेस प्रांरभ किए गए हैं। मेरा सुझाव है कि दो अमृत भारत ट्रेन - एक इंदौर-उज्जैन-हावड़ा और दूसरी इंदौर-उज्जैन-पटना के बीच प्रारंभ की जाना चाहिए।
7. उज्जैन स्टेशन पर 2 वाशिंग पीट का निर्माण किया जाना चाहिए। उज्जैन स्टेशन के मक्सी एण्ड की तरफ पुराने रेलवे लोकोशेड की जमीन और पीट आज भी मौजूद हैं, यहॉं पर दो वाशिंग पीट का निर्माण किया जा सकता है।
8. उज्जैन स्टेशन पर एक नया टर्मिनल 2 प्लेट फार्म का स्टेशन के मक्सी एण्ड की साईड में रेलवे की जो एन.सी. यार्ड की जमीन है, वहॉं पर एक नया टर्मिनल विकसित किया जा सकता है। इस टर्मिनल में दो प्लेट फार्म और चार लाईन का निर्माण आने वाले भविष्य को देखकर किया जाना बहुत ही आवश्यक है।
9. उज्जैन से लगे हुए दो स्टेशन पिंगलेश्वर एवं सिंहस्थ मेले के समय अस्थाई रूप से बनाया जाने वाला मोहनपुरा स्टेशन को भी विकसित किया जाना चाहिए। वर्तमान में रतलाम मंडल में उज्जैन रेलवे स्टेशन अत्यन्त महत्वपूर्ण स्टेशन है तथा इंदौर के बराबर उज्जैन स्टेशन की आय हो गई है एवं इंदौर से चलने वाली सभी गाड़ियों में 60 से 70 प्रतिशत रेल यात्री उज्जैन स्टेशन से यात्रा प्रारंभ करते है। उज्जैन से आने वाले समय में गाड़ियॉं चलाई जाने की जरूरत रेलवे को रहेगी। रेलवे के पास उज्जैन में मक्सी एण्ड पर काफी भूमि उपलब्ध है।
10. उज्जैन-फतेहाबाद रेल पथ दोहरीकरण के कार्य को 2023-2024 में स्वीकृति प्रदान की गई थी। इस संदर्भ में इस कार्य को जल्दी से जल्दी सम्पन्न कराया जाना चाहिए, जिससे आगामी सिंहस्थ के समय इसका लाभ ज्यादा से ज्यादा गाड़ियॉं चलाने के लिए मिल सके।
11. उज्जैन स्टेशन को गतिशक्ति/अमृत योजना के तहत पुनर्विकास/पुनर्निमाण का कार्य भी स्वीकृत किया गया है, जिसका वर्चुअली भूमि पूजन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया जा चुका है। इसका कार्य आज तक प्रारंभ नहीं हुआ है। रेलवे के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि इसका प्रस्ताव रेलवे बोर्ड में स्वीकृति के लिए लंबित है। इस निर्माण कार्य को भी आगामी सिंहस्थ के पूर्व किया जाना आवश्यक है।
12. 20973/74 फिरोजपुर रामेश्वरम हमसफर एक्सप्रेस एवं 20917-18 इंदौर पुरी हमसफर एक्सप्रेस यह दोनों साप्ताहिक हमसफर एक्सप्रेस को देवास से व्हाया उज्जैन होकर चलाया जाना चाहिये। वर्तमान में यह ट्रेन इंदौर/लक्ष्मीबाई नगर देवास से मक्सी होकर चल रही है। यह साप्ताहिक ट्रेनें हैं और दोनों देश के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थान को जोड़ती है। अतः इन दोनों ट्रेनों का उज्जैन होकर चलाया जाता है, तो महाकाल मंदिर व महाकाल लोक में आने वाले तीर्थयात्रियों को सीधी सुविधा उज्जैन से प्राप्त होगी। सप्ताह मंे दो दिन चलने वाली इंदौर अमृतसर एक्सप्रेस 19325/26 को एक दिन व्हाया उज्जैन चलाया जाना चाहिये।
13. 19813-19807 कोटा-हिसार-सिरसा ट्रेन का उज्जैन/इंदौर तक विस्तार किया जावे वर्तमान में यह ट्रेन बहुत ज्यादा समय करीब 17 घण्टे से ज्यादा कोटा में खड़ी रहती है।
14. 06616-06617 कोटा-नागदा मेमू ट्रेन का रतलाम तक तत्काल विस्तार किया जाना नितांत आवश्यक है। पूर्व में यह ट्रेन रतलाम से कोटा के बीच मेला स्पेशल के नाम से चल रही थी। कोविड 19 के बाद से इस ट्रेन को बंद कर कोटा-नागदा-कोटा मेमू ट्रेन प्रारंभ की गई है। इस चुनाव में मुझे नागदा-खाचरौद-रतलाम जो कि मेरे संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है कि जनता ने इस ट्रेन के नहीं प्रारंभ होने से बहुत नाराजगी व्यक्त की। मैंने क्षेत्र की जनता को चुनाव के बाद इस ट्रेन को पुनः रतलाम तक बढ़ाने का आश्वासन दिया है। अतः आप इस ट्रेन को कोटा मण्डल और रतलाम मण्डल आपस में समय सारणी में सामंजस्य कर रतलाम तक बढ़ाने हेतु निर्देश प्रदान करें।
15. 6648/6647 कोटा चोमेहला मेमू ट्रेन का उज्जैन तक विस्तार
16. उज्जैन-इंदौर-फतेहाबाद के बीच दो लोकल ट्रेने दिन भर में चल रही है, इन ट्रेनों के फेरे बढ़ाकर दो के स्थान पर चार किए जाने चाहिए। विशेषकर ग्रामीण जनता चिंतामण, लेकोड़ा, फतेहाबाद के विद्यार्थियों, किसानों एवं महिलाओं को बहुत अधिक सुविधा मिलेगी।
17. 20957-58 इंदौर नईदिल्ली व्हाया फतेहाबाद-बड़नगर-रतलाम-नागदा होकर सप्ताह में तीन दिन चल रही है। इस ट्रेन को बाकी के चार दिन इंदौर-देवास-उज्जैन-नागदा होकर नईदिल्ली के लिये चलाया जाना नितान्त आवश्यक है।
18. भारतीय रेलवे द्वारा फरवरी 24 में आपके निर्देशानुसार मेरे आग्रह पर एक नई सवारी गाड़ी उज्जैन-फतेहाबाद-रतलाम होकर चित्तोड़ तक प्रारंभ की गई। इस ट्रेन के चलने से मालवा मेवाड़ के बीच यात्रा करने वाली यात्रियों को एक नई उपयुक्त सुविधा प्राप्त हुई है। इसे मेमु रेक से चलाया जाने का रेल मंत्रालय द्वारा निर्देश है। अतः इसे मेमू रेक से चलाया जाए।
19. उज्जैन नागदा खण्ड के पलसोड़ा मकड़ावन रेलवे स्टेशन को रेलवे द्वारा बंद किये जाने का प्रस्ताव है, इस क्षेत्र के नागरिकों में बहुत असंतोष है। अतः इस स्टेशन को यथावत रखा जाए।
आपको बता दें कि इससे पूर्व भी संासद फिरोजिया अनेक बार अपने क्षेत्र की महत्वपूर्ण समस्याओं को लोकसभा एवं प्रंधानमंत्री व रेलमंत्री के सम्मुख रख चुके हैं, जिसमें समय-समय पर पूरे क्षेत्र की जनसंख्या को लाभ भी मिला है। वर्तमान में संासद के प्रयास से उज्जैन-झालावडा नवीन रेल मार्ग के प्रस्ताव को भी हरी झंडी मिल चुकी है। अति शीघ्र उसका भी कार्य होता दिखाई देगा। इसके साथ ही रोपवे, उज्जैन रेलवे स्टेशन नवीन मुख्यगेट, विस्तारीकरण कार्य आदि कार्य भी प्रगति पर हैं।