उज्जैन सहित आसपास के इलाकों में हुई तेज बारिश और ओलावृष्टि से घट्टिया और तराना के आसपास के कई गाँवों में खड़ी फसलों को नुकसान
उज्जैन सहित आसपास के इलाकों में हुई तेज बारिश और ओलावृष्टि से घट्टिया और तराना के आसपास के कई गाँवों में खड़ी फसलों को नुकसान हुआ है। फसलों को हुए नुकसान को लेकर तराना विधायक ने जल्द सर्वे करने और किसानों को राहत देने के लिए सरकार से मांग की है। सबसे ज्यादा नुकसान तराना इटावा बिछड़ोद में देखा गया। जहां पर जमकर ओलावर्ष्टि हुई।
मंगलवार को उज्जैन सहित कई इलाको में तेज बारिश शुरू हुई , तराना के 20 से अधिक गांवो में ओलावृष्टि और अतिवृष्टि से खेतो में खड़ी फसले गेंहू चना सरसो रायड़ा और धनिया को नुकसान पहुंचा है। तराना विधायक महेश परमार ने बताया कि तराना के अधिकाँश गाँवों में फसलें चौपट हुई। सबसे ज्यादा नुकसान गेंहू की फसल को हुआ जो की काटने की कगार पर थी। लेकिन उससे पहले प्रकृति की भेट चढ़ गई। आज उज्जैन कलेक्टर से मिलकर फसल के नुकसान को लेकर सर्वे और जल्द बीमा राशि दिए जाने को लेकर ज्ञापन दिया है।
उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह ने बताया कि जिले में ओलावृष्टि और अतिवृष्टि से प्रभावित फसलों का तत्काल सर्वे कर शीघ्र रिपोर्ट देने के निर्देश जिले के समस्त एसडीएम और तहसीलदारों को दिए है। उन्होंने निर्देशित किया है कि पुरी गंभीरता के साथ अपने क्षेत्र में फसलों का सर्वे करें। ताकि प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा मिल सके।