कोरोना का नया स्ट्रेन भारत में मिलने के बाद सरकार का आश्वासन, वैक्सीन बचाव में कारगर होगी
केंद्र सरकार ने कहा है कि कोरोना वायरस के नए स्वरूप के खिलाफ भी मौजूदा वैक्सीन कारगर होंगी। स्वदेशी टीका कोवैक्सीन विकसित करने वाली हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक कृष्ण एल्ला ने कहा है कि कोरोना वायरस के नए स्वरूप के खिलाफ उनकी वैक्सीन काम कर सकती है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस में बहुत ज्यादा बदलाव होने की उम्मीद है और आप निश्चिंत हो सकते हैं कि यह टीका भी रक्षा करेगा। वैक्सीन में दो ऐसे निष्क्रिय घटक हैं जो बदलाव के खिलाफ कारगर होंगे। अभी तक इसका कोई प्रमाण नहीं मिला है कि अभी जो वैक्सीन विकसित की जा रही हैं, वो ब्रिटेन या दक्षिण अफ्रीका में पाए गए कोरोना वायरस के नए स्वरूप के खिलाफ काम नहीं करेंगी। प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार के. विजय राघवन ने दावा किया कि ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में वायरस में आए म्यूटेशन का प्रभाव वैक्सीन पर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अभी ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला है कि वायरस के नए स्वरूप के खिलाफ मौजूदा वैक्सीन फेल हो जाएंगी।
उन्होंने यह भी कहा कि ब्रिटेन में पाया गया वायरस का नया वैरिएंट अधिक संक्रामक है। लेकिन चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। उनके अनुसार वायरस के स्पाइक प्रोटीन पर आधारित वैक्सीन भी कारगर रहेगी, क्योंकि यह शरीर में पूरे स्पाइक प्रोटीन के खिलाफ एंटीबॉडी तैयार करती है। जबकि वायरस में म्यूटेशन से स्पाइक प्रोटीन के कुछ भागों में ही परिवर्तन आया है।