वैक्सीन लगने के बाद भी तीन साल तक लगाना पड़ेगा मॉस्क
नई दिल्ली । देश में कोरोना वैक्सीन का इंतजार जल्द ही खत्म होने वाला है और आम लोगों में वैक्सान लगाने की तैयारी जोरों पर हैं, लेकिन यदि आप सोचते हैं कि वैक्सीन लगाने के बाद मास्क लगाने से आजादी मिल जाएगी तो ऐसा नहीं है। वैक्सीन लगने के बाद भी लोगों को कम से कम तीन साल तक मास्क लगाना जरूरी होगा। दरअसल कोरोना वैक्सीन लगने के बाद भी उसके अच्छे बुरे साइड इफेक्ट्स सामने आने में लंबा वक्त लगेगा। ऐसे में वैक्सीन आने के बाद भी सबको विशेष एहतियात बरतनी होगी। साथ ही शारीरिक दूरी का पालन करना भी जरूरी होगा। भारतीय विज्ञान और अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ शेखर मांडे ने यह जानकारी दी है।
ये है वैक्सीन लांचिंग की पूरी प्रक्रिया
गौरतलब है कि ऑक्सफोर्ड व एस्ट्राजेनेका कंपनी के साथ मिलकर सीरम इंस्टीट्यूट कोविशील्ड नामक वैक्सीन तैयार कर रही है। इसके अलावा बायोटेक द्वारा भी स्वदेशी वैक्सीन बनाई जा रही है। इन दोनों वैक्सीन को भारतीयों पर किए गए परीक्षण के नतीजों को सामने आने में समय लग सकता है। हालांकि शुरुआती टेस्ट में इसके परिणाम सकारात्मक मिले हैं।
टेस्टिंग के बाद सभी कंपनियों को केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) के सामने रिपोर्ट पेश करनी होगी। वे रिस्क बेनिफिट का आकलन करेंगे। मॉडर्ना और फाइजर कंपनी द्वारा तैयार की जा रही वैक्सीन के अधिकांश ट्रायल विदेश में ही हो रहे हैं।
यदि यह वहां सफल भी रहते हैं तो भी इन्हें भारतीय मानकों पर खरे उतरते हुए CDSCO से अनुमति लेनी होगी। बेशक देश-दुनिया की सभी वैक्सीन कंपनियों ने बड़े पैमाने पर तैयारी कर रही है। इस पूरी प्रक्रिया में समय लग सकता है। मॉडर्ना और फाइजर को भी यहां के मानकों के अनुरूप परीक्षण रिपोर्ट देनी होगी।
भारत में वैक्सीन देने के लिए तैयार है पूरा चेन सिस्टम
भारत में टीकाकरण के लिए एक पूरा चेन सिस्टम बना हुआ है। पोलियों से लेकर अन्य टीकाकरण जिस तरह देश के कोने कोने तक होते हैं, यहां भी यह अपनाया जा सकता है। बशर्ते भारतीय वातावरण व स्थिति के अनुकूल वैक्सीन उपलब्ध हो जाए।वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार है। कुछ समय बाद यह आ भी जाएगी लेकिन इसका मतलब यह बिलकुल भी नहीं है कि लोग बेफिक्र हो जाएं। लोग सामान्य जिंदगी में वापस लौटने की आस लगाए बैठे हैं।
तीज-त्योहार, शादी-पर्व में यह नियम टूट ही जाते हैं। यह मानव स्वभाव है और लोग गलत भी नहीं है। फिर भी वर्तमान हालात हमें अभी इसकी अनुमति नहीं देते हैं। हाथ धोना, भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचना जैसे कोरोना प्रोटोकाल का पालन करने में कोई बुराई भी नहीं है। इससे हम कोरोना के साथ साथ अन्य बीमारियों से भी बचे रहेंगे।