नाक से नीचे पहना था मास्क, सिपाही ने जड़ दिया थप्पड़, कोर्ट पहुंचा मामला
कोरोना महामारी फैलने के बाद से मास्क (Mask) पहनना अनिवार्य है। हालांकि इससे जुड़े कुछ विवाद भी सामने आए हैं। ताजा खबर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से है। यहां पुलिस पर आरोप है कि एक कार सलार युवक को केवल इसलिए थप्पड़ जड़ दिया गया, क्योंकि उसने नाक के नीचे मास्क पहन रखा था। मामला हाई कोर्ट पहुंच गया है। जानकारी के मुताबिक, दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के लाजपत नगर थाना क्षेत्र में Mask नाक से नीचे होने पर सिपाही के थप्पड़ मारने के मामले में जस्टिस एजे भंभानी की पीठ ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए फटकार लगाई। जज ने कहा कि चालान के मामले में याचिकाकर्ताओं को थाने क्यों ले जाया गया, इस संबंध में दर्ज शिकायत पर क्या कार्रवाई की गई। पीठ ने पुलिस को प्रकरण की स्थिति रिपोर्ट और विजिलेंस जांच की रिपोर्ट 18 दिसंबर तक पेश करने के निर्देश दिए। पढ़िए नई दिल्ली से विनीत त्रिपाठी की रिपोर्ट
इस मामले में अमन कालरा और मंजीत सिंह चुग याचिकाकर्ता हैं। इनकी तरफ से पेश हुए अधिवक्ता सौरभ शर्मा ने अदालत को बताया कि 2 सितंबर की रात करीब 11 बजे डिफेंस कॉलोनी बैरिकेड पर अमन कालरा को रोका गया। हवलदार मनोज कुमार ने पहले तो अमन से दस्तावेज मांगे, जब सभी दस्तावेज सही मिले तो उन्होंने कहा कि Mask नाक के नीचे है। इस पर अमन ने कहा कि Mask उनके मुंह पर है और वह बंद शीशे की कार में अकेले हैं। लेकिन, हवलदार ने एक नहीं सुनी और कहा कि उन्हें जुर्माना देना होगा।
इस पर अमन ने वहां बिना Mask के बैठे लोगों पर सवाल उठाते हुए उनका वीडियो बनाना शुरू कर दिया। इसी बीच चौकी के अंदर बैठकर शराब पी रहे सिपाही विनोद कुमार बिना Mask के बाहर आए और अमन का मोबाइल छीनकर उन्हें थप्पड़ मार दिया। याचिका में आरोप लगाया गया कि घटना की सूचना पर पहुंचे अमन के भाई समेत अन्य को पीसीआर में पुलिस थाने ले गई और वहां भी उनके साथ बदतमीजी की गई।
याचिका में मांग की गई है कि कि याची को थप्पड़ मारने व बदतमीजी करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए। साथ ही मास्क को लेकर किए गए चालान को रद कर 500 रुपये वापस किए जाएं। सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस की तरफ से पेश हुए स्टैंडिग काउंसल राहुल मेहरा ने पीठ को बताया कि मामले की विजिलेंस जांच की गई और इसमें ऐसा कुछ नहीं मिला है। मामले से जुड़े पुलिसकर्मियों को उक्त थाने से हटा दिया गया है।