मन की बात : टीम वर्क के महत्व को समझते थे शहीद भगत सिंह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम में कहा कि कोरोना के इस कालखंड में पूरी दुनिया अनेक परिवर्तनों के दौर से गुजर रही है। आज, जब दो गज की दूरी एक अनिवार्य जरूरत बन गई है, तो इसी संकट काल ने, परिवार के सदस्यों को आपस में जोड़ने और करीब लाने का काम भी किया है। उन्होंने कहा कि हमारे किसान और हमारे गांव आत्मनिर्भर भारत का आधार हैं। वे मजबूत होंगे तो आत्मनिर्भर भारत की नींव मजबूत होगी।
टीम वर्क के महत्व को समझते थे शहीद भगत सिंह :
पीएम मोदी ने कहा, हम कल (28 सितंबर) शहीद वीर भगत सिंह की जयंती मनाएंगे। मैं समस्त देशवासियों के साथ साहस और वीरता की प्रतिमूर्ति शहीद वीर भगत सिंह को नमन करता हूं। शहीद वीर भगत सिंह के जीवन का एक सबसे खूबसूरत पहलू यह है कि वे टीम वर्क के महत्व को बखूबी समझते थे। वे जब तक जिए, सिर्फ एक मिशन के लिए जिए और उसी के लिए उन्होने अपना बलिदान दे दिया। वह मिशन था भारत को अन्याय और अंग्रेजी शासन से मुक्ति दिलाना।
एक युवक से भयभीत हो गई थी अंग्रेजों की हुकूमत :
पीएम मोदी ने कहा, क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि एक हुकूमत, जिसका दुनिया के इतने बड़े हिस्से पर शासन था, जिसके बारे में कहा जाता था कि उनके शासन में सूर्य कभी अस्त नहीं होता था। ऐसी हुकूमत, एक 23 साल के युवक से भयभीत हो गई थी। भगत सिंह पराक्रमी होने के साथ-साथ विद्वान और चिंतक भी थे। अपने जीवन की चिंता किए बगैर उनके क्रांतिवीर साथियों ने ऐसे साहसिक कार्यों को अंजाम दिया, जिनका देश की आजादी में बहुत बड़ा योगदान रहा।
पीएम मोदी ने हमारे किसान और गांव आत्मनिर्भर भारत को बनाने में अहम जिम्मेदारी निभा रहे हैं। किसान जितने मजबूत होंगे आत्मनिर्भर भारत की नींव उतनी ही मजबूत होगी। उन्होंने बताया कि तीन-चार साल पहले महाराष्ट्र में फल और सब्जियों को APMC के दायरे से बाहर कर दिया गया था। इस बदलाव ने कैसे महाराष्ट्र में फल और सब्जी उगाने वाले किसानों की स्थिति बदली, इसका उदाहरण हैं श्री स्वामी समर्थ फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड। ये किसानों का समूह है। ग्रामीण युवा, सीधे बाजार में, खेती और बिक्री की प्रक्रिया में शामिल होते हैं। इसका सीधा लाभ किसानों को मिलता है। पुणे और मुंबई में किसान साप्ताहिक बाजार चला रहे हैं। इन बाजारों में, लगभग 70 गांवों के साढ़े चार हजार किसानों का उत्पाद सीधे बेचा जाता है, इस प्रक्रिया में कोई बिचौलिया नहीं होता है।
माली देश के हिंदुस्तान का बाबू :
पश्चिम अफ्रीका के एक देश माली में सेदु देम्बेले रहते हैं। वे एक पब्लिक स्कूल में शिक्षक है और बच्चों को इंग्लिश, संगीत, पेंटिंग सिखाते हैं। उन्हें माली के हिंदुस्तान बाबू के नाम से भी पहचाना जाता हैं और उन्हें इस पर गर्व हैं। वे हर रविवार को दोपहर में रेडियो पर एक घंटे का कार्यक्रम प्रस्तुत करते हैं। इस कार्यक्रम का नाम है Indian Frequency on Bollywood Songs. वे पिछले 23 साल से इस कार्यक्रम को पेश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, हमारे यहां कथा की परंपरा रही है। ये धार्मिक कहानियां कहने की प्राचीन पद्धति है। बेंगलुरु में एक विक्रम श्रीधर हैं, जो बापू से जुड़ी कहानियों को लेकर बहुत उत्साहित हैं।
पीएम मोदी ने इस दौरान बेंगलुरु स्टोरी टेलिंग सोसायटी के सदस्यों से बात की। उन्होंने Aparna Athreya, Shailaja Sampat और Soumya Srinivasan से चर्चा की। उन्होंने इसके अलावा अपर्णा दयशंकर और मिसेस लावण्या से भी बात की। इस अवसर पर राजा कृष्णदेव राय की कहानी भी सुनाई गई।
पीएम मोदी ने कहा, 'हर परिवार में कोई-न-कोई बुजुर्ग, बड़े व्यक्ति कहानियां सुनाया करते थे और घर में नई प्रेरणा, नई उर्जा भरते देते हैं। कहानियों का इतिहास उतना ही पुराना है जितनी की मानव सभ्यता। कहानियां, लोगों के रचनात्मक और संवेदनशील पक्ष को सामने लाती हैं, उसे प्रकट करती हैं। कहानी की ताकत को महसूस करना हो तो जब कोई मां अपने छोटे बच्चे को सुलाने के लिए या फिर उसे खाना खिलाने के लिए कहानी सुना रही होती है तब देखें।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम में क्या बोलेंगे, इसे लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि पीएम मोदी इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से खेती बिलों पर बात कर सकते हैं, क्योंकि इसके खिलाफ किसान देश भर में प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके अलावा पीएम भारत-चीन सीमा विवाद, कोरोना वायरस महामारी और आगामी त्योहारी सत्र के बारे में भी बात कर सकते हैं।
पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम के पिछले एपिसोड में कहा था कि भारत में पूरी दुनिया के लिए एक खिलौना हब बनने की क्षमता है। उन्होंने स्टार्टअप्स से खिलौनों के लिए टीम बनाने का आव्हान किया था। उन्होंने कहा था कि लोकल के लिए सभी को वोकल होना होगा।