मोदी सरकार ने दी किसानों को सौगात, गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP 50 रुपए बढ़ाया
किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी है। देश के लाखों किसानों के हित में आज सरकार ने अहम फैसला लिया है। इसके चलते गेहूं, चना सहित अन्य फसलों का न्यूतनम समर्थन मूल्य MSP बढ़ा दिया गया है। अब गेहूं का समर्थन मूल्य 50 रुपए प्रति क्विंटल बढ़कर मिलेगा। इसके बाद अब गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपए हो गया है। चने का न्यूनतम समर्थन मूल्य 225 रुपए बढ़ाकर 5100 रुपए कर दिया गया है। सरकार के इस फैसले से लाखों किसानों को फायदा होगा। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एमएसपी बढ़ाए जाने के अवसर पर कहा, 'किसानों के कल्याण के लिए कार्य करना हमारे लिए बड़े सौभाग्य की बात है। अन्नदाताओं के हित में काम करने की हमारी प्राथमिकताओं के अनुरूप कैबिनेट ने एमएसपी बढ़ाने का एक और ऐतिहासिक निर्णय लिया है। इससे करोड़ों किसान लाभान्वित होंगे। अधिक एमएसपी जहां किसानों को सशक्त करेगी, वहीं उनकी आय दोगुनी करने में भी मदद करेगी। कृषि सुधारों को संसद की मंजूरी के साथ बढ़ी हुई एमएसपी से अन्नदाताओं की गरिमा और समृद्धि सुनिश्चित होगी। जय किसान!
इस फैसले के बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, केंद्र सरकार ने न केवल MSP में वृद्धि की है बल्कि किसानों के पारिश्रमिक मूल्य को सुनिश्चित करने लिए MSP पर खरीद भी बढ़ाई है। बिना तथ्यों के आधार पर किसानों को भ्रमित करने वाले लोगों का झूठा चेहरा आज बेनकाब हो गया है, उन्हें अब हमारे अन्नदाता भाइयों बहनों से माफी मांग लेनी चाहिए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि, पिछले 6 वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में MSP में लगातार वृद्धि की गई है। इससे MSP के प्रति जो ग़लतफ़हमी है वह दूर हो जानी चाहिए।
मैं मानता हूँ कि किसानों के हित में मोदी जी के नेतृत्व में जो फ़ैसले लिए गए हैं वे कृषि और किसान-कल्याण की दृष्टि से मील का पत्थर रहे हैं। किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य मिले इसके लिए लागत मूल्य का डेढ़ गुना और कुछ फसलों में तो दोगुना दाम MSP के अंतर्गत किसानों को देने का फ़ैसला आज लिया गया है। मैं तहेदिल प्रधानमंत्रीजी के फ़ैसले एवं कृषिमंत्री @nstomar की घोषणा का स्वागत करता हूँ।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, मोदी सरकार के कृषि सुधार विधेयकों का विरोध करने वाले लोग असल में किसानों की ख़ुशहाली और उनकी उपज के सही मूल्य के विरोधी हैं। यह लोग नहीं चाहते कि देश का पेट भरने वाला अन्नदाता कभी उनके समान समृद्ध और सशक्त हो पाए। लेकिन मोदी सरकार किसानों को उनका अधिकार देकर रहेगी।
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