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मानसून सत्र से पहले बोले पीएम मोदी- जब तक दवाई नहीं, तक तक ढ़िलाई नहीं



 कोरोना संक्रमण के मद्देनजर अभूतपूर्व सुरक्षा इंतजाम के साथ संसद का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया। यह सत्र कुल 18 दिनों का होगा, जो बगैर किसी छुट्टी के लगातार एक अक्टूबर तक चलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्र की शुरुआत से पहले संसद भवन पहुंचने पर कहा कि कोरोना भी है और कर्तव्य भी और खुशी की बात है कि सांसदों ने कर्तव्य का रास्ता चुना है। उन्होंने कहा कि सभी को कोरोना गाइडलाइंस का पालन करना होगा। जब तक दवाई नहीं, तब तक ढ़िलाई नहीं।

पीएम मोदी ने कहा, इस बार विशेष परिस्थितियों में सत्र आयोजित किया जा रहा है और सभी सांसदों ने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने का फैसला किया है। इस सत्र में कई महत्वपूर्ण निर्णय होंगे। कोरोना गाइडलाइंस का पूरी तरह पालन किया जाएगा। जब तक दवाई (वैक्सीन) नहीं, तब तक ढ़िलाई नहीं।

उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है कि सभी सदस्य मिलकर यह संदेश देंगे कि पूरा देश जवानों के साथ खड़ा है जो सीमा पर डटकर देश की सेवा कर रहे हैं।

सत्र के दौरान सियासी तापमान बढ़े रहने की संभावना है, क्योंकि विपक्ष चीन के साथ एलएसी पर चल रहे विवाद, अर्थव्यवस्था और कोरोना संकट जैसे मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी में है। सरकार ने 23 विधेयक पेश करने की तैयारी की है और विपक्ष ने स्पष्ट कर दिया है कि वह कम-से-कम चार विधेयकों का विरोध करेगा।

राज्यसभा उपसभापति का चुनाव:
संसद के मानसून सत्र के पहले दिन राज्यसभा के उपसभापति का चुनाव होगा। यह थोड़ा गहमा-गहमी भरा होगा, क्योंकि विपक्ष ने राजग के उम्मीदवार हरिवंश के मुकाबले मनोज झा को उतार रखा है। हालांकि, राज्यसभा के गणित के लिहाज से हरिवंश का चुनाव जीतना तय माना जा रहा है, लेकिन विपक्ष के उम्मीदवार से सरगर्मी थोड़ी बढ़ी हुई है।

चार विधेयकों का खुला विरोध करेगा विपक्ष:
सरकार इस पूरे सत्र में 11 विधेयकों को भी पेश करेगी। हालांकि, कांग्रेस ने इनमें से 4 विधेयकों पर खुले विरोध का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि जिन 4 विधेयकों के विरोध का निर्णय लिया गया है, उनमें 3 कृषि और किसानों से जुड़े है, जबकि एक फाइसेंस से जुड़ा विधेयक है, जिसमें बैकिंग रेगुलेशन एक्ट में बदलाव का प्रस्ताव है। इसके तहत सरकारी बैंकों को RBI के अधीन हो जाएगी, जो अब तक राज्यों के रेगुलेशन से चलती थी। यह राज्यों के खिलाफ है।

लोकसभा अध्यक्ष ने तैयारियों का लिया जायजा:
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने रविवार को संसद सत्र की तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान प्रवेश द्वार से लेकर सभा कक्ष तक के सभी सुरक्षा इंतजामों को बारीकी से परखा। साथ ही अधिकारियों को यह निर्देश भी दिया कि सुरक्षा इंतजाम में किसी तरह की चूक नहीं होनी चाहिए। इससे पहले उन्होंने कार्य मंत्रणा समिति के साथ बैठक की, जिसमें बताया कि कोरोना जांच की व्यवस्था पूरे सत्र के दौरान रहेगी।

भारत-चीन गतिरोध पर दोनों सदनों के नेताओं की बैठक 15 को:
संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा है कि भारत और चीन के गतिरोध पर संसद के दोनों सदनों के नेताओं की बैठक 15 सितंबर को होगी। पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में जोशी ने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। भारत-चीन संबंधों की संवेदनशीलता और इसके रणनीतिक पहलुओं को देखते हुए दोनों सदनों के नेताओं की बैठक 15 सितंबर को बुलाई गई है। उसी दौरान हम नेताओं को स्थिति की जानकारी देंगे। उन्होंने इस मुश्किल घड़ी में सभी पार्टियों से समर्थन की अपील की।

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