कब होगा कोरोना वायरस का अंत ? मिल गया जवाब
कोरोना वायरस के खिलाफ जारी लड़ाई के बीच देश में हालात सामान्य करने के प्रयास हो रहे, लेकिन एक सवाल सभी की जुबां पर है कि आखिर इस जानलेवा संक्रमण से कब मुक्ति मिलेगी? अब इसका जवाब मिल गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेषज्ञों ने एक गणितीय मॉडल के आधार पर निष्कर्ष निकाला है कि भारत में कोरोना वायरस सितंबर के मध्य तक खत्म हो जाएगा। इन स्वास्थ्य वैज्ञानिकों का दावा है कि भारत में जब ठीक हो चुके मरीजों और कोरोना वायरस के कारण जान गंवाने वालों की संख्या सक्रिय मरीजों की संख्या के बराबर पहुंच जाएगी तो यह कोरोना वायरस का चरम होगा। इसके बाद मरीजों की संख्या तेजी से घटती जाएगी और सितंबर के मध्य तक भारत से कोरोना का सफारा शुरू हो जाएगा।
भारत में कोरोना की ताजा स्थिति (Covid-19 Data in India)
भारत में अभी 1,15,942 एक्टिव केस हैं। यानी इतने मरीजों का देश के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। वहीं 1,14,072 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। मरने वालों का आंकड़ा 6642 है। स्वास्थ्य मंत्रालय के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय में डिप्टी डायरेक्टर जनरल दिलीप कुमार और दीप्ति असिस्टेंट डायरेक्टर रूपाली राय ने यह गणना की है। उनका यह अध्ययन साइंस मैगजीन एपिडेमियोलॉजी इंटरनेशनल में प्रकाशित हुआ है।
ऐसे पता लगाया कब खत्म होगा कोरोना
दोनों विशेषज्ञ ने भारत में कोरोना वायरस की स्थिति का अनुमान लगाने के लिए बैले गणितीय मॉडल का इस्तेमाल किया है। इस मॉडल के तहत सक्रिय और ठीक हो चुके मरीजों के आधार पर बीमारी के खत्म होने का निष्कर्ष निकाला जाता है। यह मॉडल इस आधार पर काम करता है कि जब तक कोई मरीज संक्रमित है, तब तक वह नए लोगों को संक्रमित कर सकता है। ऐसे में एक बार जब ठीक हो चुके और जान गंवा चुके लोगों की कुल संख्या सक्रिय मरीजों की संख्या से अधिक हो जाती है तब संक्रमण धीमा होना शुरू हो जाता है।
दोनों वैज्ञानिकों ने अपने विश्लेषण में कहा है कि भारत में महामारी की शुरुआत 2 मार्च से हुई और तब से मामले बढ़ रहे हैं। इनके अध्ययन के मुताबिक सितंबर मध्य तक ठीक हो चुके और जान गंवा चुके लोगों की कुल संख्या सक्रिय मरीजों के बराबर पहुंच जाएगी। इसके बाद से महामारी का प्रकोप कम हो जाएगा। हालांकि इन गणित में मौसम और जमीनी हालात (जैसे प्रवासी मजदूरों का पलायन) भी मायने रखते हैं।