सैलून संचालक की बेटी ने गरीबों की मदद के लिए खर्च किऐ पढ़ाई के रूपयों से पांच लाख
चेन्नई। कोरोना संक्रमण के कारण देशव्यापी लॉकडाउन में फंसे लोगों की मदद के लिए अपनी जीवनभर की कमाई खर्च कर देने वाले मदुरै के सैलून संचालक सी. मोहन को उनके पुण्यों का प्रतिफल मिल गया। मोहन की बेटी एम. नेत्रा की तरफ से जरूरतमंदों की मदद के लिए बढ़ाए गए हाथ को संयुक्त राष्ट्र (UN) ने शुक्रवार को सम्मान से थामते हुए उसे यूनाइटेड नेशन एसोसिएशन फॉर डेवलपमेंट एंड पीस (UNDAP) का "गुडविल एंबेसडर टू द पूअर" नियुक्त किया है। आठवीं की छात्रा 13 वर्षीय नेत्रा को एक लाख रुपये की छात्रवृत्ति भी प्रदान की गई है।
UNDAP ने कहा कि नेत्रा को संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन न्यूयॉर्क व जेनेवा में बोलने का मौका दिया जाएगा। उसने कहा, "नेत्रा की उपलब्धि उसे नेताओं, विद्वानों व राजनीतिज्ञों आदि के समक्ष विचार रखने का अवसर तथा जिम्मेदारी प्रदान करेगी। उसे इन लोगों को प्रेरित करना होगा ताकि वे गरीबों का खयाल रख सकें।"
इसके अलावा नेत्रा को 1 लाख रुपए की छात्रवृत्ति भी दी जाएगी। अपनी बेटी को मिले इस सम्मान से पिता मोहन गदगद हो गए हैं। उन्होंने सोचा भी नहीं था कि उनकी जिंदगी में ये दिन भी आएगा।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मोहन ने कहा, "हम सामान्य लोग हैं। इस प्रकार के सम्मान की हम अपेक्षा नहीं करते। इससे हम बहुत खुश हैं। हमने वह राशि नेत्रा की पढ़ाई के लिए बचाकर रखी थी, लेकिन तब लोगों की मदद करना ज्यादा महत्वपूर्ण था।"
गौरतलब है कि मोहन ने नेत्रा की प्रेरणा से अपनी जिंदगीभर की कमाई पांच लाख रुपये खर्च करके लॉकडाउन के दौरान 600 परिवारों की मदद की थी। मोहन के काम की प्रशंसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात में भी की थी।