गृह मंत्रालय का बड़ा फैसला, 2550 विदेशी तब्लीगी जमातियों पर लगा भारत में 10 साल का प्रतिबंध
तबलीगी जमात से जुड़े विदेशी नागरिक अब भारत नहीं आ पाएंगे। आज सरकार ने इसे लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। इसके अनुसार 2550 विदेशी नागरिकों को भारत में होने वाली जमात की गतिविधियों में शामिल होने से प्रतिबंधित कर दिया गया है। यह प्रतिबंध 10 साल के लिए लगाया गया है। गत अप्रैल माह की शुरुआत में ही दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में देश एवं विदेश से आए हजारों जमाती पाए गए थे। लॉकडाउन के बावजूद ये लोग वहां बड़ी संख्या में जमे हुए थे। इसके बाद इन लोगों ने देश भर में जाकर अलग-अलग राज्यों में संक्रमण फैलाना शुरू कर दिया क्योंकि इनमें से आध से अधिक स्वयं कोरोना पॉजिटिव थे। इसके बाद से ही सरकार से किसी बड़े फैसले की अपेक्षा की जा रही थी। आज का निर्णय बहुत सही समय पर सामने आया है।
तबलीगी जमात की गतिविधियों में शामिल होने के कारण 960 विदेशी नागरिकों की भारत यात्रा 10 साल के लिए प्रतिबंधित की गई। इन सभी पर आरोप है कि कोरोना वायरस के संक्रमण शुरुआती दौर में इन्होंने गैरकानूनी तरीके से भीड़ इकट्ठा की, जिससे यह वायरस तेजी से फैला और फिर इसकी चपेट में देश के कई राज्यों के लोग आए। शुरुआती दौर में इनके कारण करीब एक तिहाई लोगों और 17 राज्यों में संक्रमण फैला और काफी लोगों की मौत हुई।
12 नई चार्जशीट दाखिल
दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने पिछलेे बृहस्पतिवार को दक्षिण दिल्ली स्थित साकेत कोर्ट में 12 नई चार्जशीट दाखिल की, जिसमें 541 विदेशी नागरिकों को आरोपित बनाया गया। पुलिस अब तक कुल 47 चार्जशीट फाइल कर चुकी है, जिसमें 900 से अधिक जमातियों को आरोपित बनाया गया है। निजामुद्दीन मरकज में इकट्ठे हुए तब्लीगी जमात के लोगों की वजह से देश में कोरोना के कई मामले सामने आए थे। विभिन्न राज्यों में जाने से कोरोना तेजी से फैल गया था और इसके बाद मौलाना साद की भी काफी आलोचना हुई। वह आज भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।