नेपाल के रास्ते भारत में कोरोना फैलाने की साजिश, बॉर्डर पर अलर्ट
भारत में कोरोना महामारी का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। तमाम प्रयासों के बाद भी इसे उस स्तर पर काबू नहीं पाया जा रहा, जितनी उम्मीद की जा रही है। इसी बीच भारत में कोरोना महामारी फैलाने के पीछे साजिश का पर्दाफाश हुआ है। खुफिया सूचना मिलने के बाद पूर्वी चंपारण से सटी नेपाल सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है और सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है।
बता दें कि पूर्वी चंपारण के रामगढ़वा पनकोटा एसएसबी 47वीं बटालियन के कमांडेंट ने बीते 3 अप्रैल को खुफिया सूचना दी थी कि नेपाल के परसा जिले के जग्रनाथपुर गांव निवासी जालिम मुखिया भारत में कोरोना फैलाने की साजिश रच रहा है। वह हथियार की अवैध सप्लाई एवं जाली नोटों के कारोबार को लेकर पहले भी चर्चा में रहा है।जानकारी ये मिली थी कि ये व्यक्ति नेपाल से 40- 50 कोरोना संदिग्धों को भारत में प्रवेश कराना चाहता है।
एसएसबी की इस सूचना के बाद पश्चिम चंपारण के डीएम कुंदन कुमार ने बेतिया और बगहा जिले की पुलिस और कलेक्टर सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को अलर्ट जारी किया था। इस अलर्ट में कहा गया कि भारत - नेपाल सीमा पर विशेष सर्तकता बरती जाए और किसी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि पर कड़ाई से निगरानी की जाए। डीएम के आदेश के आलोक में बेतिया की एसपी निताशा गुड़िया ने बाॅर्डर के समीपवर्ती थानों को एसएसबी के साथ बार्डर पर निगरानी करने का निर्देश दिया है। शुक्रवार को सिकटा से लेकर वाल्मीकिनगर तक बाॅर्डर पर विशेष चौकसी रही। हालांकि बीते 24 मार्च से ही बाॅर्डर सील है। आवाजाही पूरी तरह से बंद है।
खुफिया सूचना में ये भी संकेत दिया कि इस पूरी साजिश के पीछे पाकिस्तान का हाथ है और वो अपने यहां के कोरोना संक्रमित लोगों को बॉर्डर पार कराकर भारत में भेजने की फिराक में है। इस संक्रमित लोगों के जरिए भारत में कोरोना का प्रकोप ज्यादा से ज्यादा फैलाने की साजिश है। जानकारी के तहत ये भी कहा गया कि करीब 10 से 15 पाकिस्तानी नागरिक नेपाल में मौजूद हैं और वे भारत में दाखिल होने की फिराक में हैं।