इंदौर से निकले एक युवक की गलती पड़ी भारी, नागदा तक के 80 किमी क्षेत्र में संक्रमण का खतरा, मंदसौर भी अलर्ट पर
इंदौर-नागदा।Coronavirus in Madhya Pradesh : ममेरी बहन की शादी में शामिल होने चंदन नगर आए एक युवक ने इंदौर से नागदा के बीच 80 किमी के क्षेत्र के सैकड़ों लोगों को खतरे में डाल दिया है। वह ट्रक में बैठकर भले ही नागदा तक गया, लेकिन संक्रमण फैलने का खतरा मंदसौर तक पहुंच गया है, क्योंकि बरात वहां से इंदौर आई थी।
लॉकडाउन के बीच चार दिन पहले इंदौर से चोरी-छिपे नागदा पहुंचा युवक जैसे ही पॉजिटिव निकला, उज्जैन जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम इस पूरे क्षेत्र में उन लोगों की तलाश में जुट गई है, जिनके युवक के संपर्क में आने की संभावना है।
उधर, नागदा एसडीएम आरपी वर्मा ने इंदौर और मंदसौर जिला प्रशासन को पत्र लिखकर सूचना दी। साथ ही उससे जुड़े रिश्तेदारों व आसपास के लोगों की जांच और सैंपलिंग की बात कही है। वहीं, नागदा से लगभग 23 संदिग्धों को क्वारंटाइन कर दिया गया है। आशंका इससे कहीं ज्यादा लोगों के सीधे संपर्क में आने की है। जिस ड्राइवर रणजीत नायक के ट्रक में बैठकर युवक नागदा पहुंचा था, उसे भी पुलिस ने गिरफ्तार कर क्वारंटाइन कर दिया है।
भयावह गलती : तीन दिन घूमता रहा बस्ती में लोगों से भी मिला - नागदा के नई दिल्ली क्षेत्र में रहने वाला 21 वर्षीय युवक 23 मार्च को शादी में शामिल होने चंदन नगर आया था। युवक चूंकि पेशे से ड्राइवर है, इसलिए उसकी अन्य ड्राइवरों से पहचान थी। इसी का फायदा उठाकर वह स्क्रीनिंग कराए बगैर एक अप्रैल की रात एक ट्रक में बैठकर नागदा लौट गया। तीन दिन तक युवक नागदा की नई दिल्ली बस्ती में घूमता रहा। वह स्वजन के साथ-साथ कई लोगों से मिला भी। 4 अप्रैल को उसकी तबीयत बिगड़ी तो उसके पिता उसे अस्पताल ले गए। जांच में कोरोना की पुष्टि हुई तो पूरा नागदा प्रशासन सकते में आ गया।
शहर में ताबड़तोड़ कर्फ्यू लगाते हुए नई दिल्ली बस्ती में लोगों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी गई। विरोध के बावजूद अस्पताल ले गए पिता इस पूरे मामले में युवक के पिता ने सकारात्मक भूमिका निभाई। युवक को सर्दी-खांसी या बुखार नहीं था। 4 अप्रैल को उसे पेट में हल्का दर्द उठा और उसकी सांस फूलने लगी।
उसके पिता उसे अस्पताल ले जाने लगे तो युवक की मां और दादी ने इसका विरोध किया। इसके बावजूद पिता उसे अस्पताल ले गए। वहां जांच में कोरोना की पुष्टि के बाद प्रशासन ने सख्ती बरती तो भी युवक के स्वजन ने विरोध किया। ट्रक में सवार थे सात-आठ लोग इस पूरे में मामले में पुलिस ने सालाखेड़ी निवासी ड्राइवर रणजीत नायक से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह महाराष्ट्र के खामगांव से ट्रक लेकर रवाना हुआ था। उसे युवक इंदौर बायपास पर मिला था।
वह उसे पहचानता था, इसलिए केबिन में बैठा लिया। ट्रक में सात-आठ लोग और भी थे जिन्हें महिदपुर, उज्जैन, नागदा जाना था। इन सभी को उसने लिफ्ट दी थी। ट्रक में ही खाने-पीने का इंतजाम भी था। युवक को उसने उज्जैन बायपास पर उतार दिया। बाद में ट्रक लेकर उज्जैन में चिमनगंज पहुंचा।
जहां कपास खाली किया, फिर नागझिरी से गेहूं भरकर बांसवाड़ा के लिए निकल गया। बांसवाड़ा एफसीआई (फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया) के गोदाम में गेहूं खाली कर वापस उज्जैन आया। वहां से वापस बांसवाड़ा गया। यह सारी यात्रा उसने चार दिन में पूरी की।
ड्राइवर के इस बयान ने प्रशासन को चिंता में डाल दिया है। एसडीएम ने भी लिखा कलेक्टर को पत्र इस संबंध में नागदा एसडीएम ने इंदौर कलेक्टर को पत्र लिखकर चंदन नगर क्षेत्र में आयोजित शादी में शामिल लोगों की जांच करने और मंदसौर से आई बरात में शामिल लोगों के संबंध में पड़ताल की गुहार लगाई है। 4 अप्रैल के बाद से सरकारी अमला इंदौर से नागदा के बीच युवक के संपर्क में आए लोगों की तलाश कर रहा है।