मरकज पर बोला स्वास्थ्य मंत्रालय, 'यह समय गलती ढूंढने का नहीं है'
तब्लीगी जमात का दिल्ली स्थित निजामुद्दीन मर्कज देश में कोरोना वायरस के नए केंद्र के तौर पर उभरकर सामने आया है। यहां जमात में हिस्सा लेने आए लोगों के जरिए देश के तमाम हिस्सों में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी ने दो टूक कहा कि यह वक्त खामियां ढूंढने का नहीं, बल्कि हालात को नियंत्रित करने के लिए जरूरी कदम उठाने का है।
यह बात स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने देश में कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर किए जा रहे उपाय और देश में लॉकडाउन को लेकर मंगलवार को आयोजित स्वास्थ्य और गृह मंत्रालय की प्रेस कांफ्रेंस में की।
प्रतिबंध के बावजूद भारी संख्या में जमा हुए जमात के लोग
गौरतलब है कि दक्षिण दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में पिछले दिनों आयोजित हुए तब्लीगी जमात में शामिल 24 लोगों के कोरोना वायरस संक्रमित होने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। जानकारी के मुताबिक तब्लीगी मरकज में शामिल होने के लिए मलेशिया, अफगानिस्तान, म्यांमार, थाईलैंड, श्रीलंका समेत दर्जन भर देशों से काफी संख्या में लोग आए थे। वहीं, इस मरकज में हरियाणा, बिहार और पंजाब समेत 20 राज्यों से 1830 लोग भी शामिल हुए थे। इन लोगों की सूची भी जारी कर दी गई है। ऐसे में उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना के साथ अंडमान के लोगों की भी मुश्किलें काफी बढ़ गई है, क्योंकि तब्लीगी में शामिल होने वाले लोग वहां पहुंचकर बीमार हो गए हैं और इन लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि भी हो गई है।
वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि विदेश मंत्रालय ने देश में जरूपी सामानों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए दक्षिण कोरिया, तुर्की और वियतनाम के आपूर्तिकर्ताओं की पहचान की है। वहीं डीआरडीओ एन-95 मास्क की आपूर्ति बढ़ाने के लिए स्थानीय निर्माताओं के साथ भी काम कर रहा है।
सहयोग नहीं मिलने से बढ़े कोरोना वायरस के मामले
लव अग्रवाल ने कहा कि हर किसी शख्स को मास्क पहनने की ज़रूरत नहीं है। COVID-19 को फैलने से रोकने के लिए सामाजिक दूरी ज्यादा मायने रखती है। लोगों का सहयोग नहीं मिलने से कोरोना वायरस के मामले इतने ज्यादा बढ़े हैं। कोरोना की लड़ाई में हम सबको एक साथ मिलकर काम करना है। पूरा देश मिलकर ही कोरोना को जवाब दे सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी वेबसाइट में दी गई है। गरीबों की बुनियादी जरूरतों को पूरा किया जा रहा हैं।
डॉक्टरों और नर्सों से मकान खाली कराने वालों लोगों के खिलाफ होगी कार्रवाई
लव अग्रवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार ने जिलाधिकारियों, नगर निगमों और पुलिस को महामारी रोग अधिनियम के अंतर्गत एक आदेश जारी किया है, जिसमें उन मामलों को देखने के लिए कहा गया है, जहां लैंडलॉड डॉक्टरों और नर्सों को अपनी प्रॉपर्टी खाली करने के लिए मजबूर कर रहे हैं।
देश में 123 लैब्स काम कर रही हैं
आईसीएमआर के रमन गंगा खेडकर ने कहा कि अब तक 42,788 सैंपल का टेस्ट किया जा चुका है, जिनमें 4,346 वो सैंपल शामिल हैं जिन्हें कल टेस्ट किया गया था। यह हमारी क्षमता का 36 प्रतिशत प्रतिनिधित्व करता है। देश में 123 लैब्स इस समय काम कर रही हैं। 49 निजी लैब्स को अनुमति दी गई है। कल निजी लैब्स में 399 रोगियों का टेस्ट किया गया।