गूजरी महल संग्रहालय के से चोरी हुई 400 साल पुरानी स्कंदमाता की मूर्ति
ग्वालियर। गूजरी महल संग्रहालय के तलघर में रखी 400 साल पुरानी स्कंधमाता की मूर्ति चोरी हो गई है। वारदात शनिवार दोपहर 1 बजे की है। घटना के समय केयरटेकर छत पर धूप सेक रहा था। चोरी गई मूर्ति अष्ठधातु की प्रचीन मूर्ति है। जिसकी कीमत भारतीय बाजार में लाखों और विदेश में अनमोल है। चोरी की शिकायत शाम को केयरटेकर ने बहोड़ापुर थाना पुलिस को दी है। फिलहाल पुलिस ने चोरी का मामला दर्ज कर लिया है। जिस जगह मूर्ति रखी थी वह स्पॉट सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में नहीं है।
ग्वालियर किला के गूजरी महल स्थित राज्य पुरातत्व अभिलेखागार एवं संग्रहालय के तलघर में अष्ठधातु से बनी प्राचीन स्कंधमाता की मूर्ति विराजमान थी। यह करीब 400 साल पुराना एंटीक पीस है। 20 इंच की मूर्ति को बेहद संभालकर रखा गया है। शनिवार दोपहर 1 बजे केयरटेकर छत पर धूप का आनंद ले रहे थे। कुछ देर बाद वह नीचे पहुंचे तो तलघर से बेशकीमती मूर्ति चोरी हो चुकी थी। तत्काल अधिकारियों को मामले की सूचना दी। अपने स्तर पर जांच के बाद चोरी की सूचना बहोड़ापुर थाना पुलिस को दी।
24 घंटे निगरानी फिर कैसे चोरी
गूजरी महल में संग्रहालय की 24 घंटे सीसीटीवी कैमरों से निगरानी होती है। इसके बाद केयरटेकर योगेन्द्र भी रहते हैं। फिर भी अष्ठधातु की मूर्ति चोरी हो गई। चोरी की घटना की परिस्थितियां संदिग्ध हैं। इसमें केयरटेकर से लेकर राज्य पुरातत्व के अफसरों से भी सवाल-जवाब होंगे।
शालभंजिका सहित 70 से अधिक मूर्ति हैं
गूजरी महल संग्रहालय में 70 से अधिक पत्थर व मिश्रधातु की प्राचीन मूर्तियां रखी हुई हैं। इनमें भारत की सबसे चर्चित शालभंजिका मूर्ति है। जो प्राचीनतम होने के साथ-साथ करीब 200 करोड़ रुपए कीमत की है। यह कीमत पुरातत्व विभाग की तय करता है। संग्रहालय में कुल 17 गैलरी हैं। साथ ही कुछ ओपन गैलरियां भी है। जिनमें बेशकीमत मूर्तियां, हड़प्पा सभ्यता के समय के मोहन जोदड़ो से मिले पत्थर आदि कई सम्पत्तियां रखी हैं। जिनकी कीमत आंकने की कल्पना भी नहीं की जा सकती है।
सीसीटीवी फुटेज से होगा खुलासा
पुलिस जल्द यहां लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकालेगी। जिससे पता चल सके कि मूर्ति चोर कौन है। हालांकि जहां मूर्ति रखी थी वह स्थान कैमरों की पहुंच से बाहर है, लेकिन उसके आसपास का इलाका कैच में है। इससे वहां उस समय आने-जाने वालों का पता चल सकेगा।
मैं कुछ देर के लिए छत पर गया था, इसी बीच वहां चोरी हो गई। गूजरी महल में प्राचीन स्कंधमाता की मूर्ति रखी थी। मैंने अफसरों व थाना में शिकायत की है। - योगेन्द्र चतुर्वेदी, केयर टेकर गूजरी महल संग्राहलय