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डाॅ. जेठवानी पर आरोप, गलत इंजेक्शन लगाने से हुई पिता की मौत


डाॅ. जेठवानी ने आरोपों को सिरे से नकारा, कहा 65 वर्षीय बाशानी को लीवर, हार्ट की बीमारी थी, पैर में कीड़े पड़ गए थे

उज्जैन। संतराम सिंधी काॅलोनी निवासी कपिल बाशानी ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पिता बलराम बाशानी की मौत डाॅ. उमेश जेठवानी द्वारा गलत इंजेक्शन लगा दिये जाने के कारण हुए इंफेक्शन से हुई। 2 अक्टूबर को गुरूनानक अस्पताल में भर्ती कराया गया था यहां से तबीयत बिगड़ने के बाद इंदौर ले गए। वहीं दूसरी ओर डाॅ. उमेश जेठवानी ने आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि बलराम बाशानी पिछले 20 वर्षों से शराब तथा तम्बाकू के सेवन करने के कारण उनको लीवर तथा हार्ट की बीमारी हो गई थी, साथ ही उनके पैर में कीड़े पड़ गए थे, इसके साथ ही इंदौर में हुई जांच में आंतों का कैंसर भी सामने आया था। 

सिटी प्रेस क्लब पर आयोजित पत्रकारवार्ता में कपिल बाशानी ने आरोप लगाया कि उनके पिता बलराम बाशानी उम्र 65 वर्ष को पैर में घुटने के नीचे इंफेक्शन हो जाने के कारण गुरूनानक अस्पताल में डाॅ. जेठवानी को दिखाया गया था। यहां खून, पेशाब के साथ ईसीजी सभी जांचें नार्मल आई। डाॅ. जेठवानी द्वारा 2 अक्टूबर 2019 को भर्ती करने को कहा गया। इसी दिन दोपहर 1.20 बजे बलराम बाशानी को गुरूनानक अस्पताल में एक इंजेक्शन लगाया गया जिसके बाद उनके शरीर में खुजली होने लगी, मुंह से झाग आया और आंखे उपर हो गई। शाम 5.30 बजे डाॅ. उमेश जेठवानी ने कहा कि बलराम बाशानी को हार्टअटैक आया है उन्हें इंदौर ले जाये। बाशानी को इंदौर राजश्री अपोलो हाॅस्पिटल लेकर पहुंचे, जहां डाॅक्टरों ने बताया कि पिता को गलत इंजेक्शन लगा है जिसके कारण तबीयत बिगड़ी। इंजेक्शन के कारण शरीर के पूरे आर्गन खराब हो गए हैं। 29 अक्टूबर तक बाशानी को बचाने का प्रयास किया गया लेकिन 30 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे उनका देहांत हो गया। कपिल बाशानी ने पुलिस को शिकायत कर डाॅ. उमेश जेठवानी के विरूध्द वैधानिक कार्यवाही करने की मांग की है। 

बीमारियों के कारण हुई मौत

वहीं डाॅ. उमेश जेठवानी ने मामले में कहा कि 20 साल से लंबे समय से शराब और तम्बाकू का सेवन करने से बलराम बाशानी को लीवर तथा हार्ट की परेशानी थी, पैर में कीड़े पड़ गए थे। जब 2 अक्टूबर को उन्हें गुरूनानक अस्पताल में भर्ती कराया गया तो उनकी ईसीजी में समस्या आई थी, 20 मिनिट बाद ही दिल का दौरा पड़ा, उन्हें परेशानी बड़ी तो इंदौर रैफर करने को कहा गया। जो इंजेक्शन लगाये वे सामान्य हैं। डाॅ. जेठवानी ने कहा कि इंदौर में भी वे ठीक हो गए तो वहां से दो बार छुट्टी करा ली। उनके पुत्र द्वारा पिता के नाम पर झूठे आरोप लगाकर ब्लेकमेल किया जा रहा था 5 लाख की मांग की थी जिसका लिखित आवेदन भी पुलिस को दिया था। 

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