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अपने ही बीच के 32 वर्षीय युवा कों मुनि अवस्था में देखकर हर्षित हुआ शहर



नमकमंडी जिनालय में कलशारोहण में सानिध्य प्रदान करने हेतु मुनिश्री प्रणुतसागरजी, संपूर्ण सागरजी, उज्जैन गौरव साध्यसागर महाराज का का हुआ आगमन
उज्जैन। आचार्य विशुध्दसागर जी महाराज के शिष्य मुनिश्री प्रणुतसागरजी, संपूर्ण सागरजी, उज्जैन गौरव साध्यसागर महाराज का नमकमंडी जिनालय में कलशारोहण कार्यक्रम को पावन सानिध्य प्रदान करने के लिए उज्जैन आगमन हुआ। रविवार को चामुंडा माता चौराहे पर मुनिश्री की भव्य मंगल अगवानी नगर के गणमान्य नागरिकों, राजनेताओं, समाजजनों द्वारा की गई। अगवानी पश्चात मुनिश्री चल समारोह के रूप में बिनोद मिल जिनालय पहुंचे जहां से चरक अस्पताल, गांधी प्रतिमा, क्षीरसागर सीमंधर मंदिर, कंठाल, सराफा होते हुए नमकमंडी जिनालय पहुंचे। संपूर्ण मार्ग पर 100 से अधिक स्थानों पर मुनिश्री का पादप्रक्षालन, आरती व पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया।

नमकमंडी दिगंबर जैन मंदिर ट्रस्ट सचिव अनिल गंगवाल के अनुसार सुबह से ही समाज में उत्सव सा माहौल था, अपने ही बीच के 32 वर्षीय युवा कों मुनि अवस्था में देखकर सभी हर्षित थे। मुनिश्री की अगवानी पूर्व विधायक बटुकशंकर जोशी, शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेश सोनी, रवि राय, वरूण शर्मा, रजत मेहता, गोविंद खंडेलवाल, गिरधर नीमा, मंडी व्यापारी एसोसिएशन के निलेश कोठारी एवं अन्य पदाधिकारी, दिगंबर जैन सोश्यल ग्रुप मेन, सम्यक, सीनियर सिटीजन, महिला परिषद अवंति, मुनिसंघ व्यवस्था समिति, आदिनाथ, मुनिभक्त, जिनश्रुत महिला मंडल, भक्तांबर महिला मंडल, पारणा समिति, युवा संगठन नमकमंडी, पूज्य मुनिश्री के अन्यान्य भक्तों की संस्था जाजम परिवार, सराफा व्यापारी एसोसिएशन, लखेरवाड़ी व्यापारी एसोसिएशन, मुनिसंघ व्यवस्था समिति, सूर्यसागर स्कूल के अलावा कई संस्थाओं और नगरवासियों ने की तथा संपूर्ण श्रीसंघ का जोरदार स्वागत किया। महाराजश्री के मंदिर पहुंचने पर मंदिरों के दर्शन करने के पश्चात मंचासीन हुए। आचार्य विशुध्दसागर महाराज के चित्र का अनावरण दीप प्रज्जवलन और संपूर्ण समाज के सभी संस्थाओं के पदाधिकारियों द्वारा मुनिश्री के चरणों में विनयांजलि प्रस्तुत की गई। संचालन अनिल गंगवाल ने किया। इस अवसर पर ट्रस्ट अध्यक्ष प्रकाश कासलीवाल, भरत पांड्या, हीरालाल बिलाला, तेजकुमार विनायका, अशोक जैन, पवन बोहरा सहित सभी जिन मंदिरों के अध्यक्ष, संस्था पदाधिकारी के साथ ही बड़ी संख्या में महिला, पुरूष मौजूद रहे।

मुनिश्री ने पूछा आपके बीच के युवा को मंच पर परमेष्ठी की मुद्रा में देख कैसा लग रहा है
उद्बोधन में मुनिश्री प्रणुतसागर ने कहा कि धर्म का फल सब चाहते हैं, पर धर्म करना कोई नहीं चाहता। पाप का फल कोई नहीं चाहता लेकिन पाप साधन जुटा जुटाकर करते हैं। आपका आडंबरी जीवन संसार को दिखाने के लिए है, परमात्मा की सच्ची श्रध्दा भक्ति दिखावे का विषय नहीं बल्कि अंतरमन का विषय होता है। जिससे आज समाज विमुख हो रहा है। 2010 में आचार्यश्री यहां पधारे तब हजारों लोग प्रवचन सुनते थे पर एक युवा के मन में ही धर्म का बीजारोपण हो पाया और आज वह युवा मुनि साध्यसागर के रूप में आपके सामने है। मुनिश्री ने समाज से पूछा कि आपके बीच में बैठने वाले युवा को मंच पर मेरे साथ परमेष्ठी की मुद्रा में देख कैसा महसूस कर रहे हैं, क्या आपका भी मन होता है कि आप यह स्थान हासिल करें।

आज जयसिंहपुरा जिनालय दर्शन कर विकास कार्यों का करेंगे अवलोकन
आज 2 जनवरी को पूज्य मुनिश्री सुबह प्रवचन और आहार चर्या के पश्चात जयसिंहपुरा जिनालय दर्शनार्थ, म्यूजियम व मंदिर के अन्य विकास कार्यों के अवलोकनार्थ जयसिंहपुरा पहुंचेंगे। सांध्य को पुनः नमकमंडी पहुंचेंगे। कल 3 जनवरी को सुबह से ही नमकमंडी मंदिर में विधान आदि की सभी क्रियाए प्रारंभ होकर विधान संपन्न होगा तथा कलशारोहण एवं जन्मोत्सव का कार्यक्रम मनाया जाएगा। कार्यक्रम को संपन्न कराने हेतु पं. नितीनकुमार झांझरी व संगीतकार पंकज जैन पार्टी पधार रही है।

जिस मंदिर में दर्शन कर बड़े हुए, वहीं मुनिरूप में सानिध्य प्रदान करेंगे
3 जनवरी को उज्जैन गौरव पूज्य मुनि साध्यसागर महाराज का जन्मोत्सव भी है, जिस मंदिर में वह दर्शन करके बड़े हुए उसी मंदिर में मुनि अवस्था में नवनिर्मित शिखरों पर कलशारोहण उनके और पूरे मुनिश्री संघ के सानिध्य में संपन्न होगा। यह एक ऐतिहासिक अवसर होगा।

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