कूट रचित दस्तावेजों से कलेक्टर, तहसीलदार व पार्षद दरबार को उलझाने का प्रयास
थाना नीलगंगा पहुंची शिकायत, दोषियों पर कार्यवाही की उठी मांग
उज्जैन। सुभाष नगर तालाब के समीप स्थित बेशकीमती भूमि सर्वे क्रमांक 232 पर निरस्त लीज डीड को दबाव बनाकर रिन्यू कराए जाने के प्रयोजन से एक झूठा दीवानी वाद पंकज पिता स्वर्गीय राजकुमार भार्गव निवासी सरदार पटेल मार्ग छोटी ग्वालटोली इंदौर के द्वारा कूटरचित दस्तावेज तैयार कर कलेक्टर शशांक मिश्रा, तहसीलदार व वार्ड 47 के पार्षद विजयसिंह दरबार के विरुद्ध लगाया गया है। इस वाद में झूठे दस्तावेज प्रस्तुत कर माननीय न्यायालय को यह बताने का प्रयास किया है कि उक्त स्थान का उपयोग दरबार के द्वारा सार्वजनिक कार्यक्रम करवाने के रूप में किया जा रहा है। जिसे माननीय न्यायालय के समक्ष शपथ पत्र पर लिखकर भी दिया गया है जबकि यह दस्तावेज कूटरचित व पूर्णतः झूठे है, माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किए गए दस्तावेज में जिस स्थान के फोटो दर्शाए गए हैं। वह सुभाष नगर की भूमि होने के बजाय इंदौर रोड आस्था गार्डन यूनीपोल के सामने शांति पैलेस चौराहे की है। उक्त दस्तावेजों में वादी पंकज भार्गव के भाई विकास भार्गव से दुर्व्यवहार करने की भी बात कही गई है लेकिन यह सभी बातें पूर्णतः झूठ है। इस झूठे वाद को लेकर वार्ड क्रमांक 47 के पार्षद विजयसिंह दरबार ने पुलिस अधीक्षक सचिन अतुलकर व थाना प्रभारी नीलगंगा को एक शिकायती आवेदन दिया है जिसमे यह मांग की गई है कि उक्त झूठा वाद लगाने वालों के खिलाफ जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई की जाए। क्योंकि यह लोग ना सिर्फ मुझे डरा धमका रहे हैं, बल्कि मेरी राजनीतिक साख को भी बदनाम करने में लगे हुए हैं। जबकि सुभाषनगर तालाब स्थित उक्त भूमि का उपयोग किसी भी निजी कार्य के लिए नहीं बल्कि जनहित में किया जा रहा है। आपने पुलिस अधीक्षक श्री अतुलकर व थाना प्रभारी नीलगंगा से उक्त प्रकरण में तत्काल जांच कर मामला पंजीबद्ध करने की मांग की है।