अधिकतर अपराध परिचित लोगों, सोशल मीडिया के कारण होते हैं- डाॅ. रमणसिंह सिकरवार
आत्मरक्षा के लिए ताकत जरूरी है, मोबाइल, वाट्सअप, फेसबुक से गलत मेसेज आए तो पेरेंट्स को बताएं- एसपी अतुलकर
1 दिवसीय आत्मरक्षा एवं सायबर अपराध जागरूकता सेमीनार का आयोजन
उज्जैन। अधिकतर अपराध आसपास रहने वाले परिचित लोगों व सोशल मीडिया के कारण होते हैं जो साइबर अपराध का रूप ले लेते हैं। आत्मरक्षा का गुण प्रत्येक छात्राओं को होना चाहिये जिसके लिए राष्ट्रीय महिला आयोग के द्वारा आयोजित आत्मरक्षा एवं सायबर जागरूकता कार्यक्रम की अच्छी पहल रिजर्व इंदौर म.प्र. पुलिस संगठन के माध्यम से प्रचार प्रसार हेतु कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।
उक्त बात राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा प्रायोजित एवं रिजर्व इंदौर म.प्र. पुलिस संगठन द्वारा कालिदास अकादमी में आयोजित 1 दिवसीय आत्मरक्षा एवं सायबर अपराध जागरूकता सेमीनार के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में आईजी पीआरटीएस डाॅ. रमणसिंह सिकरवार ने कही। रिजर्व इंदौर म.प्र. पुलिस संगठन सचिव आरती मौर्य के अनुसार कार्यक्रम में विशेष रूप से इंदौर से सायबर विशेषज्ञ डीएसपी पीआरटीएस सुभाषसिंह ने सायबर क्राइम की भूमिका एवं कानून के विषय में व्याख्यान दिया। उज्जैन से टीआई पीटीएस दीपिका शिंदे ने महिला सुरक्षा एवं सायबर अपराध की जानकारी प्रदान की। इंदौर से पीआरटीएस सुबेदार मलय महंत ने सोशल मीडिया में सायबर क्राईम की जानकारी प्रदान की व अफजल खान सुबेदार पीआरटीएस ने आॅनलाईन एवं केशलेश भुगतान के विषय में जानकारी प्रदान की। उज्जैन से सुबेदार यातायात ने बच्चों को सुरक्षा के विषय में बताया गया तथा तनुजा खरे व आचार्य शैलेन्द्र पाराशर, अजाक्स संभागीय अध्यक्ष हीरालाल सूर्यवंशी ने भी बच्चों को जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में उज्जैन शहर के 15 स्कूलों के 400 चयनित छात्राएं उपस्थित रहीं। इस कार्यक्रम में स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना के 12 स्कूल के चयनित छात्राएं एवं शिक्षकों ने भाग लिया। कार्यक्रम के समापन में मुख्य अतिथि के रूप में पुलिस अधीक्षक सचिन अतुलकर मौजूद रहे। सचिन अतुलकर ने छात्राओं से प्रश्न पूछे एवं सेमीनार का फीडबैक लिया। आपने कहा कि आत्मरक्षा के लिए ताकत जरूरी है, फिजिकली एक्टिव होना जरूरी है, आत्मरक्षा के तरीके सीखना जरूरी है। मार्शल आर्ट, जुडो जैसी विधाओं से आत्मविश्वास विश्वास बढ़ता है, ताकत आती है। सावधान रहना भी आत्मरक्षा है। मोबाइल, वाट्सअप, फेसबुक से गलत मेसेज भेजना, आना अपराध है, यदि कोई इस तरह परेशान करने वाले या गलत मैसेज भेजे तो पेरेंट्स को बताए, शिक्षक को बताए।