रोशनी क्लिनिक मे उपचार से गूंजी किलकारी
उज्जैन | महानंदा नगर उज्जैन निवासी श्री विजय कुमार अपना घर चलाने के लिये एक स्टेशनरी की दुकान पर कार्य करते हैं, वैवाहिक जीवन के लगभग 10 वर्ष बीत चुके थे, लेकिन बच्चे की किलकारी सुनने के लिये उनके कान तरस गये। उनके वृद्ध माता-पिता भी पोता-पोती देखने की आशा में चिन्तित रहते थे। विजय कुमार ने प्रायवेट चिकित्सकों से अपनी क्षमता अनुसार समय-समय पर उपचार लिया, लेकिन उसका कोई विशेष लाभ उन्हें नहीं हुआ। गृह भेंट के दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा उनकी पत्नी पिंकी से जानकारी प्राप्त हुई। स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा उन्हे शासन की निःशुल्क योजना ‘रोशनी क्लिनिक’ के बारे में जानकारी दी गई।
श्रीमती पिंकी ने अपने पति से चर्चा कर मातृ एवं शिशु चिकित्सालय (चरक भवन) उज्जैन में आकर डीपीएचएनओ सुश्री शोभा चौहान से संपर्क किया, जिनके द्वारा दम्पत्ति को स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ.अनिता जोशी से मिलवाया। चिकित्सक द्वारा दम्पत्ति का उपचार प्रारंभ किया गया। कुछ समय उपचार के बाद उन्हें शासन द्वारा आगे के उपचार हेतु एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ इनफर्टीलिटी मैनेजमेंट इन्दौर रैफर किया गया, जहां शासन द्वारा इस हेतु लगभग डेढ़ से दो लाख रूपये वहन किये गये। लम्बे समय बाद परिवार में खुशी का दिन आया, जब 11 नवम्बर को श्रीमती पिंकी ने स्वस्थ्य शिशु को जन्म दिया। शिशु का जन्म के समय वजन 2 किलो 600 ग्राम जो कि बच्चें के सामान्य होने का संकेत था।
श्री विजय के वृद्ध माता-पिता अपनी पोती का मुंह देखकर एवं उनकी किलकारी सुनकर बेहद आनंदित हो गये एवं शासन की निःशुल्क योजना के प्रति दिल से आभार प्रकट करते है कि उनके जैसे गरीब परिवार को जिस बात की वह आशा छोड़ चुके थे जो शासन के सार्थक प्रयास से पूर्ण हुई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.महावीर खण्डेलवाल ने बताया कि नि:सन्तान दम्पत्ति नि:शुल्क उपचार एवं सलाह के लिये जिला चिकित्सालय में आकर सम्पर्क कर सकते हैं।