दिसंबर में उज्जैन में होगा राष्ट्रीय जल सम्मलेन
जल-जन जोड़ो अभियान के राष्ट्रीय संयोजक के साथ हुई आयोजन समिति की बैठक
उज्जैन। 16 व 17 दिसम्बर 2019 को राष्ट्रीय जल सम्मलेन का आयोजन उज्जैन में होगा जिसमें 250 से 300 समाजसेवियों की भागीदारी होगी। इस सम्मेलन हेतु जलपुरुष एवं रमन मेग्सेसे पुरस्कार से पुरस्कृत राजेंद्र सिंह के मार्गदर्शन में जल-जन जोड़ो अभियान के राष्ट्रीय संयोजक संजय सिंह के उज्जैन आगमन पर आयोजित समिति की बैठक झालरिया मठ, नरसिंह घाट पर आयोजित की गयी।
कार्यक्रम संयोजक रविप्रकाश लंगर ने बताया कि सम्मेलन में राष्ट्रीय स्तर के कार्यकर्ता प्रकाश राव, अध्यक्ष तेलंगाना वाटर बोर्ड, राजेंद्र पोद्दार, निदेशक कर्नाटक, एम. बी. पाटिल, भू.पू. विधायक कर्नाटक, सुमंत पाण्डेय निदेशक-जल साक्षरता केंद्र, पूना, सुदर्शन दास उडीसा, रोटरी जल संरक्षण ट्रस्ट-अध्यक्ष, रंजन ढींगरा, अध्यक्ष-रोटरी इण्डिया जल संरक्षण ट्रस्ट आदि सम्मिलित होंगे। मुख्यमंत्री कमलनाथ को मुख्य अतिथि हेतु एवं जल शक्ति मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत को आमंत्रित किया गया है। इस सम्मलेन में जल से सम्बंधित विभिन्न प्रकल्पों पर भी चर्चा की जाएगी। बैठक में वर्ष 2017-18 में छिंदवाडा में आयोजित सम्मलेन के सन्दर्भ में उन्होंने बताया कि भारत को पानीदार बनाने हेतु संकल्प लिया गया जिसमें मध्यप्रदेश सरकार की भागीदारी सराहनीय है। उक्त कार्यक्रम के अंतर्गत प्रत्येक नागरिक को गरिमा के साथ स्वच्छ पेयजल उपलब्धता हेतु कानून बनाने पर भी चर्चा की जावेगी। साथ ही जल चेतना के अंतर्गत जल साक्षरता की ब्रद्धि पर भी आगामी वर्षों में कार्य योजना निश्चित की जावेगी। 2 दिवसीय सम्मलेन में आयोजित विभिन्न सत्रों में जल संरक्षण, जलवायु परिवर्तन, जलवायु अनुकूल एवं नदी पुनर्जीवन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर सार्थक चर्चा की जाएगी। बैठक में रोटरी क्लब के सचिव रोटेरियन मुकेश जौहरी, समाजसेवी रूपांतरण, सामाजिक एवं जन कल्याण संस्था के संयोजक राजीव पाहवा, रोटेरियन धिरिष पारीख, नन्द किशोर उपाध्याय, प्रकाश रघुवंशी, राजहुजुर सिंह गौर भू.पू. अध्यक्ष उज्जैन विकास प्राधिकरण, डॉ. पुरुषोत्तम वशिष्ठ, भावना रघुवंशी, डॉ. अर्पण भारद्वाज, प्राचार्य माधव विज्ञान महाविद्यालय आदि उपस्थित थे। संजय सिंह ने इस कार्यक्रम में विशेष रूप से युवाओं से आव्हान किया कि वह इस सम्मलेन में सम्मिलित होकर क्षिप्रा के अविरल होने में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें।