कमिश्नर ने ली समय-सीमा की बैठक
आंगनवाड़ी केन्द्रों एवं स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के दिये निर्देश, ‘शुद्ध के विरूद्ध युद्ध’ अभियान में युरिया एवं बीज विक्रेताओं की दुकानों का किया जा रहा है निरीक्षण
उज्जैन | उज्जैन संभाग कमिश्नर श्री अजीत कुमार ने आज समय-सीमा की बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग एवं स्कूल शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने संभाग के सभी जिलों में आंगनवाड़ी केन्द्र में दर्ज संख्या के विरूद्ध बच्चों की कम उपस्थिति एवं शासकीय स्कूलों में भी बच्चों की कम उपस्थिति पर सख्त नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास श्री एनएस तोमर को हिदायत दी कि वे आंगनवाड़ी केन्द्रों में दर्ज बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करवायें। कमिश्नर ने कहा कि गत दिवस उन्होंने आगर-मालवा जिले के एक ग्राम के आंगनवाड़ी केन्द्र का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान आंगनवाड़ी केन्द्र में केवल एक बच्चा उपस्थित मिला। कमिश्नर ने कहा कि यह स्थिति निर्मित न हो, अन्यथा सम्बन्धित अधिकारियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने उप संचालक स्कूल शिक्षा श्रीमती जयश्री पिल्लई को भी निर्देश दिये कि शासकीय स्कूलों में दर्ज संख्या के अनुसार बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाये। कमिश्नर ने कहा कि शिक्षकगण बच्चों की कापियों की जांच नहीं कर रहे हैं। मध्याह्न भोजन में भी मेन्यू के अनुसार भोजन बच्चों को नहीं दिया जा रहा है। उप संचालक ने बताया कि स्थिति में जल्द ही सुधार हो, इसके लिये सभी जगह पालक-शिक्षक संघ की बैठक आयोजित की जा रही है। अतिथि शिक्षकों पर निर्भरता के कारण उक्त स्थिति निर्मित हो रही है, जिसे जल्द ही सुधार लिया जायेगा। कमिश्नर ने कहा कि तीसरी एवं चौथी क्लास के बच्चे ठीक से पहाड़ा भी नहीं बता पाते हैं। बच्चों को पहाड़ा का अभ्यास कराया जाये। बताया गया कि संभाग में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं के रिक्त 180 पदों के लिये विज्ञप्ति जारी की गई है।
कमिश्नर ने एमपीआरडीसी के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे बारिश से खराब हो चुकी नागदा-बदनावर, रतलाम बायपास, जावरा के बीच, बड़नगर-इंगोरिया, देवास-उज्जैन रोड के पेंचवर्क का कार्य जल्द ही पूरा करें। अधिकारियों ने जानकारी दी कि मरम्मत का कार्य जारी है एवं 25 नवम्बर तक कार्य पूरा कर लिया जायेगा।
संयुक्त संचालक कृषि श्री पाण्डेय ने बताया कि ‘शुद्ध के विरूद्ध युद्ध’ अभियान गत 15 नवम्बर से प्रारम्भ किया गया है। इस अभियान के अन्तर्गत युरिया, बीज विक्रेता दुकानों का निरीक्षण कर युरिया एवं बीज के सेम्पल लिये जा रहे हैं। अब तक 76 युरिया विक्रेताओं, 17 बीज विक्रेताओं, 17 पेस्टीसाइट विक्रेताओं के दुकानों से सेम्पल लेकर जांच के लिये भेजे गये हैं। उन्होंने बताया कि नायब तहसीलदार एवं सहायक कृषि विस्तार अधिकारियों की टीम बनाई गई है, जो सेम्पल लेने का कार्य कर रही है। बताया गया कि संभाग में गेहूं की 72 प्रतिशत क्षेत्रों में बोवनी की जा चुकी है। राई एवं सरसों की बोवनी का कार्य समाप्त हो चुका है। युरिया की पर्याप्त मात्रा जिलों में है। उद्यान अधिकारी ने बताया कि संभाग में आलू एवं गोभीवर्गी फसलें लगाई गई हैं। लहसुन, धनिया, मैथी की फसल भी ली जा रही है। मटर के बाद किसान प्याज की फसल लेंगे। जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक ने बताया कि विभाग द्वारा ‘एम राशन’ नाम का साफ्टवेयर बनाया गया है। इस साफ्टवेयर के माध्यम से सत्यापन का कार्य किया जायेगा।
बैठक में सभी सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।