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नेहरु के दर्शन को युवावर्ग अपने भविष्य निर्माण के लिए आत्मसात् करें।



उज्जैन।जवाहरलाल नेहरु के दर्शन को युवावर्ग अपने भविष्य निर्माण के लिए आत्मसात् कर जीवन में सफलता के साथ-साथ देश की सच्ची सेवा कर सकते है’’ यह विचार मुख्य अतिथि के रूप में      वरिष्ठ इंका नेता व पूर्व विधायक डाॅ.बटुकशंकर जोशी ने शासकीय माधव कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय में जवाहरलाल नेहरु की 130वीं जन्मशताब्दी समारोह के अवसर पर व्यक्त किये। समारोह के विशिष्ट वक्ता के रूप में उपस्थित डाॅ. हरिसिंह कुशवाह ने कहा कि ‘‘नेहरु जी आधुनिक भारत के जनक कहे जाते है, आज का दिन का एक विशेष महत्व है यह दिन हमारे देश में बालदिवस के रूप में मनाया जाता है। नेहरु जी की दूरदृष्टि, राजनैतिक समझने देश को एक नई राह दी है। इस अवसर पर मुख्यवक्ता के रूप में उपस्थित डाॅ.अरूण वर्मा के अनुसार ‘‘नेहरु जी के जीवन दर्शन को हम अनेकों पुस्तकों में पढ़ सकते है। जवाहरलाल नेहरु की ऊँचाईयों की हम कल्पना भी नही कर सकते है। गुरुदेव रविन्द्रनाथ टैगोर ने उन्हें ‘ऋतुराम’ की उपाधि दी थी। माधव काॅलेज के प्रांगण मेें भी नेहरु जी के आगमन का संस्मरण भावभीने ढंग से डाॅ. वर्मा सुनाया।इसी अवसर पर मुख्य वक्ता महेश सोनी ने बताया कि ‘‘नेहरु जी की नीतियाँ देश को सदैव आगे बढ़ाने वाली रही है।’’
समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य मंसूर अली खान ने अपने उद्बोधन में कहा कि ‘‘भारत एक खोज’ तथा ‘‘पिता के पत्र पुत्री के नाम’’ आदि पुस्तकंे विद्यार्थियों को पढ़ना चाहिए। नेहरु जी ने भारत को प्रौद्योगिकी तकनीक आदि सभी क्षेत्रों में नई दिशा प्रदान की है।
कार्यक्रम संयोजिका डाॅ. शोभा मिश्रा ने स्वागत भाषण दिया तथा समारोह कर संचालन डाॅ.रफीक नागौरी ने किया एवं आभार डाॅ.जी.एल. बरमैय्या ने व्यक्त किया।  

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