शवदाह के ओटले जीर्ण शीर्ण हो चुके, इनका नवीनीकरण जरूरी
चक्रतीर्थ पर व्यवस्थाओं एवं निर्माण कार्य का न्यास अध्यक्ष अशोक प्रजापत एवं निगम अधिकारियों ने किया निरीक्षण
उज्जैन। प्राचीनतम शवदाह स्थल चक्रतीर्थ घाट पर चल रहे निर्माण एवं विकास कार्यों का निरीक्षण न्यास के अध्यक्ष अशोक प्रजापत द्वारा किया गया। इस निरीक्षण के दौरान नगर निगम के अपर आयुक्त सुनील जैन, उपयंत्री हकवाड़िया एवं निर्माण ठेकेदार सहित न्यास के पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
निरीक्षण के दौरान प्रजापत ने बताया कि नदी किनारे पर स्थित शवदाह के ओटले बहुत पुराने होकर जीर्ण शीर्ण हो चुके हैं जिनका नवीनीकरण किया जाना आवश्यक है साथ ही नवीन शवदाह ओटलों का निर्माण किया जाना आवश्यक है। ओटलों की उंचाई इतनी होनी चाहिये कि दुर्गादास छत्री पर स्थित स्टापेज डेम पर पानी रोके जाने पर ओटले डूबे नहीं एवं शवदाह का कार्य बाधित ना हो। साथ ही ओटलों के निर्माण में नवीनतम तकनीक का उपयोग किया जाना चाहिये जिससे लकडत्री एवं कंडे की बचत हो। चक्रतीर्थ न्यास में कंडे रखने के गोदामों का फर्श एवं टीन शेड बदलने चाहिये, पुराने टीन क्षतिग्रस्त हो चुके हैं एवं बारिश में उनसे पानी रिसता है। नवीन विश्रांति स्थल का निर्माण किया जाना चाहिये। साथ ही नवीन सुविधाघर का निर्माण विद्युत शवदाहगृह के समीप एवं न्यास कार्यालय के समीप किया जाना चाहिये। प्याउ पर पीने के पानी की व्यवस्था हेतु वर्तमान बोरिंग से पाईप लाईन डालनी चाहिये। न्यास कार्यालय के सामने वाली भूमि पर सीमेंट कांक्रीट किया जाना चाहिये एवं डोम का निर्माण किया जाना चाहिये। बड के पेड के पास स्थित शोकसभा स्थल का फर्शीकरण एवं नवीन कुर्सियों का निर्माण किया जाना चाहिये। अनावश्यक अतिक्रमण को समाप्त करते हुए पार्किंग व्यवस्था को सुचारू किया जाना चाहिये। पार्किंग व्यवस्था हेतु मेन गेट पर एक गार्ड रूम का निर्माण करते हुए पार्किंग गार्ड की नियुक्ति की जानी चाहिये। पार्किंग स्थल पर सुविधागृह बनाया जाना चाहिये। न्यास के प्रवेश द्वार से चालू होने वाली दीवारों पर रामायण एवं महाभारतकालीन रंगीन चित्रों का निर्माण किया जाना चाहिये एवं पूर्व में जटियाजी एवं अन्य निधि से निर्मित शोकसभा स्थलों का जीर्णोध्दार करते हुए उनकी टाईल्सों को बदला जाना आवश्यक है। असामाजिक तत्वों एवं अन्य मादक पदार्थों का सेवन करने वाले लोगों एवं तांत्रिक क्रिया करने वाले अतिक्रमणकारी लोगों का अनावश्यक जमावड़ा रोकने के लिए नियमित पुलिस गश्त की व्यवस्था की जानी चाहिये। नियमित रूप से साफ-सफाई एवं स्वच्छता की जानी चाहिये। उपरोक्त सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को करने का आश्वासन अपर आयुक्त सुनील जैन द्वारा दिया गया एवं कुछ कार्य प्रगति पर होने के बारे में भी बताया गया। इस संबंध में एक लिखित आवेदन पत्र मीना जूनवाल महापौर को भी न्यास द्वारा प्रस्तुत किया गया है। न्यासीगणों में प्रहलाद यादव, सुरेन्द्रसिंह अरोरा, पुरूषोत्तम मोदी, हरिसिंह यादव, महेन्द्र किशोर भटनागर, सुरेन्द्र गुप्ता आदि मौजूद थे। यह जानकारी वीरेन्द्र चौहान ने दी।