महर्षि सान्दीपनि वेदविद्या प्रतिष्ठान द्वारा वैदिक कक्षाओं का शुभारम्भ
उज्जैन | वेदों में निहित ज्ञान-विज्ञान से जन-साधारण को सुपरिचित कराने के उद्देश्य से तथा वेदों के प्रचार-प्रसार हेतु मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रवर्तित महर्षि सान्दीपनि राष्ट्रीय वेदविद्या प्रतिष्ठान द्वारा सभी के लिये वेदिक शिक्षाएं योजना के अन्तर्गत अपने पुराने परिसर प्राधिकरण भवन द्वितीय तल भरतपुरी में प्रत्येक शनिवार और रविवार को प्रात: 9 बजे से 11 बजे तक नियमित रूप से वैदिक कक्षाएं संचालित की जायेंगी।
इन कक्षाओं का शुभारम्भ शनिवार को हुआ। कार्यक्रम के सारस्वत अतिथि पं.विभाष उपाध्याय ने इस अवसर पर कहा कि वेदों का ज्ञान प्राप्त करने के लिये ब्रह्मतेज का संबल आवश्यक है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.बालकृष्ण शर्मा ने कहा कि वेदों की परम्परा अक्षुण्ण है। भूत, भविष्य और वर्तमान की सिद्धि वेदों की साधना से ही होती है।
प्रतिष्ठान के सचिव प्रो.वीरूपाक्ष वी.जड्डीपाल ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि वेदों के अध्ययन से राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता की स्थापना के साथ सुख, शान्ति, समृद्धि की भावना विकसित होगी। कार्यक्रम का संचालन डॉ.अनुपकुमार मिश्र और आभार प्रदर्शन श्री संजय श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर पं.आनन्दीलाल जोशी, डॉ.सदानन्द त्रिपाठी, डॉ.रमेशचन्द्र जाटवा, श्री कैलाशनारायण शर्मा, श्री अरूण शर्मा, पं.राघवदास और अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे। कार्यक्रम के पश्चात सभी ने पुलवामा में वीरगति प्राप्त सैनिकों को भावमयी श्रद्धांजलि अर्पित की।