त्रिदिवसीय किंकिणी कीर्तन राष्ट्रीय नृत्योत्सव में 40 नृत्यांगनाओं ने दी प्रस्तुति
पं. कुन्दनलाल गंगानी स्मृति कथक नृत्यलंकरण से नृत्यांगना डॉ. शशि
साँखला सम्मानित- सोद्धार्थ भयताचारजी को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हेतु पं.
राजेन्द्र गंगानी कथक अलंकरण
उज्जैन। प्रतिभा संगीत कला संस्थान द्वारा 14 मई से 16 मई तक त्रिदिवसीय
किंकिणी कीर्तन राष्ट्रीय नृत्योत्सव 2018 का आयोजन पं. सूर्यनारायण
व्यास संकुल, कालिदास संस्कृत अकादमी में हुआ। नृत्योत्सव के अंतर्गत
राष्ट्रीय शास्त्रीय कथक नृत्य एवं उपशास्त्रीय नृत्य प्रतियोगिता का
आयोजन हुआ जिसमें दिल्ली, मुम्बई, खेरागढ़, पूना, हरिद्वार, नागपुर,
बरोड़ा, जबलपुर, इंदौर सहित देश के कोने कोने से युवा एवं बाल
प्रतियोगियों ने भाग लिया।
नृत्योत्सव के अंतर्गत पं. कुन्दनलाल गंगानी स्मृति कथक नृत्यलंकरण 2018
जयपुर से पधारी वरिष्ठ नृत्यांगना डॉ. शशि साँखला को प्रदान किया गया।
प्रतियोगिता में विजेता रहे सोद्धार्थ भयताचारजी को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
हेतु पं. राजेन्द्र गंगानी कथक अलंकरण 2018 से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में प्रतिभा संगीत कला संस्थान द्वारा आयोजित कथक कार्यशाला का
समापन हुआ जिसमें संस्थान की 40 नृत्यांगनाओं ने जयपुर घराने की शुद्ध
शास्त्रीय कथक नृत्य प्रस्तुति दी। कथक नृत्यांगना इंजि. प्रतिभा रघुवंशी
एलची ने कथक नृत्य की एकल प्रस्तुति दी एवं विशेष रूप से उपस्थित गुरु
पं. राजेन्द्र गंगानी ने एकल नृत्य प्रस्तुति दी। सम्मान समारोह एवं
पुरुस्कार वितरण समारोह में अतिथि के रूप में डॉ. प्रकाश रघुवंशी, पं.
हीरालाल जोहरी, पं. श्रीधरव्यास, गोआ से पधारी वरदा मयंक बेडेकर, पूना से
अर्चना संजय उपस्थित थीं। कार्यक्रम का सम्पूर्ण संयोजन संस्थान के
मानसेवी सचिव डॉ. रौनक एलची किया। संचालन संस्थान की मानसेवी अध्यक्ष
पद्मजा रघुवंशी ने किया एवं आभार संस्थान निदेशक इंजि. प्रतिभा रघुवंशी
ने माना।