''माँ तुझे प्रणाम'' योजना के तहत नाथुला दर्रा बार्डर की अनुभव यात्रा के लिए युवाओं का दल रवाना
उज्जैन । मध्य प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी एवं अभिनव ''माँ तुझे प्रणाम'' योजना के अंतर्गत सिक्किम स्थित अंतर्राष्ट्रीय सीमा नाथुला दर्रा की अनुभव यात्रा के लिए आज युवाओं के 72 सदस्यीय दल ने प्रस्थान किया। संचालक खेल और युवा कल्याण डाँ. एस.एल. थाउसेन ने दल प्रभारी जोसफ बक्सला, डी.एस.ओ. इंदौर को राष्ट्र ध्वज सौंपकर इस दल को रवाना किया। राष्ट्रीय ध्वज नाथुला दर्रा की बार्डर पर फहराया जायेगा। इस दल में शिवपुरी, गुना, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, रायसेन, होशंगाबाद और ग्वालियर जिले के युवा शामिल हैं। हबीबगंज-अगरतला एक्सप्रेस टे्रन से रवाना होने वाला यह दल 21 मई, 2018 को भोपाल वापसी करेगा।
संचालक खेल और युवा कल्याण डाँ. एस.एल. थाउसेन ने नाथुला दर्रा की अनुभव यात्रा पर जा रहे दल के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सौभाग्यशाली हैं जिन्हें नाथुला दर्रा बार्डर की अनुभव यात्रा पर जाने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि ''माँ तुझे प्रणाम'' योजना सरकार की महत्वपूर्ण योजना है जिसका उद्देश्य युवाओं में देशभक्ति की भावना जागृत कर उन्हें राष्ट्रसेवा के लिए प्रेरित करना है। डाँ. थाउसेन ने युवाओं को देश की सेवा के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि भारतीय सेना के जवान किस तरह विपरीत एवं दूभर परिस्थितियों में देश की सेवा कर रहे हैं यह देखने-समझने के लिए आपको बार्डर पर भेजकर अनुभव यात्रा करायी जा रही है। उन्होंने दल के सदस्यों को समझाइश देते हुए कहा कि इस यात्रा में आप मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं इसलिए कोई भी ऐसा कार्य नहीं करें जिससे मध्यप्रदेश की छबि धूमिल हो। उन्होंने यह भी ताकीद की कि यात्रा के दौरान सुरक्षा का विशेष ध्यान रखते हुए दल प्रभारी के निर्देशों का पालन करें। उन्होंने दल में शामिल सभी सदस्यों का परिचय प्राप्त किया और युवाओं को अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर कार्यरत बी.एस.एफ., आई.टी.बी.पी., एस.एस.बी., असम रायफल आदि के संबंध में आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया।