'सबका साथ, सबका विकास' कड़ी में एक नया अध्याय जोड़ेंगे मुख्यमंत्री, उज्जैन संभाग में 24 मई से तेंदूपत्ता संग्राहकों के सम्मेलन होंगे
तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिये अच्छी खबर, अब संग्रहण के लिये जंगलों में नंगे पैर नहीं जाना पड़ेगा
उज्जैन । विविधताओं से भरे हमारे प्रदेश में मौसम के भी कई रंग देखने को मिलते हैं। कुछ स्थानों पर गर्मियों में तापमान का पारा 50 डिग्री सेल्सियस छूने को बेकरार रहता है, तो कभी होती है मूसलाधार बारिश, तो कभी हाड़ कंपा देने वाली सर्दी पड़ती है। ऐसे में अपने जीवन निर्वाह के लिये तेंदूपत्ता संग्रहण करने वाले हर मुश्किलों का सामना करते हुए घने जंगलों में जाते हैं। कल्पना कीजिये इतनी कठोर परिस्थितियों में जब एक आम इंसान कुछ पल भी वहां नहीं ठहर सकता, ऐसे में ये तेंदूपत्ता संग्राहक अपने जीवन का एक बहुत बड़ा काल उन वनों में आवागमन कर बिताते हैं।
इस ओर शायद ही किसी का ध्यान जाये, परन्तु समाज के हर वर्ग की पीड़ा को अपनी पीड़ा मानने वाले तथा 'सबका साथ, सबका विकास' के सपने को सच कर दिखाने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान भला कैसे पीछे रह सकते हैं। उन्हें समाज के हर वर्ग की चिन्ता रहती है। इसी उद्देश्य से एक नया अध्याय प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा आने वाले दिनों में 'सबका साथ, सबका विकास' कड़ी में जोड़ा जायेगा। पूरे प्रदेश में तेंदूपत्ता संग्राहकों व श्रमिकों के लिये सम्मेलन आयोजित किये जायेंगे।
उज्जैन संभाग के तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिये भी अच्छी खबर है। आगामी 24 मई से संभाग में तेंदूपत्ता संग्राहकों के सम्मेलन आयोजित होंगे। इनमें प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा शिरकत किये जाने की संभावना है। संभागायुक्त श्री एमबी ओझा द्वारा इस सन्दर्भ में सभी सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिये गये हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार 24 मई को मंदसौर और रतलाम जिले में, 26 मई को शाजापुर और आगर-मालवा जिले में तथा 27 मई को उज्जैन में तेंदूपत्ता संग्राहकों के सम्मेलन आयोजित किये जायेंगे। इसमें उन्हें जूता, चप्पल, पानी की बोतल, साड़ी वितरण तथा तेंदूपत्ता संग्रहण वर्ष 2016 के प्रोत्साहन पारिश्रमिक का वितरण किया जायेगा।