छररे चढ़ाने, मंदिर की पवित्रता भंग करने वालों पर हो कार्रवाई
उज्जैन। भगवान महाकालेश्वर को ज्ञापन देना छररे चढ़ाकर सद्बुध्दि की
प्रार्थना करना राजनीतिक पार्टी एवं समाजसेवी संस्थाओं के लिए फैशन बन
गया है। मनुष्य पर संकट आता है अवश्य प्रार्थना करना चाहिये जिससे संकट
दूर हो सके और सदबुध्दि भी बनी रहे।
यह बात महाकाल सेना धर्म प्रकोष्ठ प्रदेश प्रमुख राजू बैरागी ने भारतीय
जनता पार्टी एवं कांग्रेस, समाजसेवियों को पत्र लिखकर अनुरोध किया है।
नगर में गुरूद्वारे, चर्च, मस्जिद, जैन मंदिर आदि धर्मस्थल भी है जिसमें
भगवान अपने-अपने स्वरूप में विराजमान हैं और वे सभी के मनोरथ पूर्ण करते
हैं लेकिन महाकाल मंदिर एवं भगवान महाकाल को ही सद्बुध्दि देने के ज्ञापन
क्यों दिये जाते हैं। अन्य धर्मस्थलों पर राजनेता, समाजसेवी लोग जाकर
सद्बुध्दि के लिए ज्ञापन छररे क्यों नहीं चढ़ाते। क्या वहां ईश्वर नहीं
बसता। धर्मस्थल पर राजनीति नहीं होना चाहिये तथा ऐसी निषेध वस्तुएं नहीं
चढ़ाना चाहिये जिससे भगवान महाकाल का अपमान हो। राजनैतिक दलों से महाकाल
सेना अपील करती है कि किसी विषय को लेकर मंदिर की परंपराओं और आस्था को
दूषित न करें एवं मंदिर प्रशासन को चाहिये कि जो व्यक्ति मंदिर की
पवित्रता भंग करता है उस पर कार्यवाही करे।