बहनों को दी संस्कृति के अनुशरण की सीख, पढ़ाया मातृभूमि से प्रेम का पाठ
दुर्गावाहिनी के शौर्य प्रशिक्षण वर्ग में सिखाये सामाजिक क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों से निपटने के गुर
उज्जैन। सरस्वती शिशु मंदिर ऋषिनगर में चल रहे दुर्गावाहिनी शौर्य प्रशिक्षण वर्ग में बहनों को संस्कृति का अनुशरण करने की सीख के साथ मातृभूमि से प्रेम का पाठ पढ़ाया गया। साथ ही सामाजिक क्षेत्र में काम करने के दौरान आने वाली परेशानियों से निपटने के गुर भी वर्ग में सिखाये गये।
दुर्गावाहिनी शौर्य प्रशिक्षण वर्ग में क्षेत्रीय संगठन मंत्री दिनेश उपाध्याय ने हिंदू संस्कृति की विशेषताएं विषय पर बहनों को मार्गदर्शन दिया। आपने कहा कि हमें हमारी संस्कृति का अनुशरण करना चाहिये, मातृभूमि से प्रेम होना चाहिये। हमारी ही संस्कृति है जहां पत्थर को भगवान मानकर पूजा जाता है। आपने कहा जब स्वामी विवेकानंद शिकागो धर्मसभा से लौटे तो भारत में बहुत सारे लोग उनके स्वागत में खड़े थे परंतु उन्होंने भारत की भूमि पर अपना कदम रखते ही यहां की मिट्टी अपने शरीर पर लगाई जब लोगों ने पूछा कि आप ऐसा क्यों कर रहे हो तो उन्होंने कहा में विदेश में अपनी मातृभूमि से दूर था इसलिए मातृभूमि से मिल रहा हूं ये मेरा मेरी मातृभूमि के प्रति प्रेम है। द्वितीय सत्र में विहिप के अंतरराष्ट्रीय संगठन महामंत्री विनायक राव देशपांडे ने सामाजिक क्षेत्र में काम करते हुए आने वाली परिस्थितियों के समाधान बताए। उज्जैन जिले के जिला अध्यक्ष अशोक जैन, प्रांत की दुर्गावाहिनी संयोजिका पिंकी पंवार, वर्गाधिकारी अपेक्षा शुक्ला सहित अन्य मंचासीन थे। संचालन शोभा शर्मा ने किया।