कस्टम हायरिंग सेन्टर्स का किसानों को लाभ दें, संभागायुक्त ने संभागीय समीक्षा बैठक में दिए निर्देश
उज्जैन । शासन द्वारा प्रत्येक जिले में कस्टम हायरिंग सेन्टर्स खोले गए हैं, जिनका उद्देश्य किसानों को उनकी जमीन जुताई, फसल कटाई, गहाई तथा अन्य कृषि कार्यों के लिए यंत्र न्यूनतम किराए पर उपलब्ध कराए जाते हैं। साथ ही उन्हें कृषि यंत्र अनुदान पर भी उपलब्ध कराए जाते हैं। कृषि विभाग किसानों को इस योजना का लाभ दे। साथ ही इसका अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करे।
संभागायुक्त श्री एमबी ओझा ने आज मंगलवार को बृहस्पति भवन में संभागीय अधिकारियों की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में कृषि विभाग को ये निर्दश दिए।
ये यंत्र मिलते हैं किसानों को किराए पर
कृषि विभाग के अधिकारी ने बताया कि किसानों को निर्धारित किराया 500 रूपये प्रतिघंटा पर जुताई, फसल कटाई, गहाई, भूसा बनाने आदि के यंत्र 35 हॉर्सपॉवर के ट्रेक्टर, रिवर्सिबल प्लाऊ, रोटावेटर, रेस्डबेड प्लांटर आदि यंत्र उपलब्ध कराए जाते हैं। साथ ही किसानों को ट्रेक्टर के साथ 7 प्रकार के कृषि यंत्र 40 प्रतिशत अनुदान पर शासन द्वारा प्रदाय किए जाते हैं। संभागायुक्त ने कृषि विभाग को निर्देश दिए कि किसानों को इन यंत्रों की उपयोगिता बताई जाए तथा उन्हें ये यंत्र उपलब्ध कराए जाएं।
2150 किसानों का भुगतान शेष
बैठक में भावान्तर भुगतान योजना की समीक्षा में बताया गया कि संभाग के 2105 किसानों को कुल 1 करोड़ 87 लाख रूपये का भावान्तर योजना का भुगतान किए जाना शेष है। शासन से राशि प्रापत हो चुकी है। संभागायुक्त ने निर्देश दिए कि किसानों को तुरन्त भावान्तर की राशि का भुगतान किया जाए।
असंगठित मजदूरों के सम्मेलन होंगे
बैठक में बताया गया कि आगामी 26 मई को आगर एवं शाजापुर जिले में तथा 27 मई को उज्जैन जिले में असंगठित मजदूरों के सम्मेलन प्रस्तावित हैं। इस सम्बन्ध में संभागायुक्त ने तैयारियों के निर्देश सम्बन्धित विभागों को दिए। श्रम अधिकारी ने बताया कि उज्जैन संभाग में 27 लाख 24 हजार असंगठित मजदूरों का पंजीयन हो गया है, जिनमें 12 लाख 54 हजार का सत्यापन कर लिया गया है। उज्जैन जिले में 4 लाख 67 हजार असंगठित मजदूरों का पंजीयन हो गया है, जिनमें 2 लाख 40 हजार का सत्यापन हो चुका है।
15 को खरीदी बन्द हो रही है, कब करवाओगे परिवहन
संभागायुक्त ने बैठक में समर्थन मूल्य पर खरीदी गई फसलों का शीघ्र परिवहन करवाए जाने के निर्देश सम्बन्धित विभागों को दिए। उन्होंने समर्थन मूल्य पर खरीदे गए गेहूं के परिवहन कार्य के सम्बन्ध में अधिकारियों से कहा कि 15 मई को गेहूं की खरीदी बन्द हो रही है, कब परिवहन करोगे? चने के परिवहन की स्थिति पर भी संभागायुक्त ने चिन्ता व्यक्त करते हुए शीघ्र परिवहन के निर्देश दिए।
50 किलो के बोरे में 45 किलो चना
संभागायुक्त ने बताया कि गत दिनों उनके द्वारा शाजापुर जिले की मंडी का निरीक्षण किया गया था, जिसमें यह समस्या सामने आई थी कि 50 किलो के बारदान में 45 किलो चना आ रहा था। अधिकारियों द्वारा बताया गया कि चने का आकार बड़ा होने से ऐसा हो रहा है। इस पर संभागायुक्त ने निर्देश दिए कि ऐसे बारदानेां का तुरन्त प्रबंध किया जाए, जिनमें पूरा 50 किलो चना आए। कार्य में लापरवाही न की जाए।