दृष्टिहीन कस्तूराबाई के पुत्र ने धोखे से अंगूठा लगवा कर जमीन अपने नाम की, वृद्धा ने अधिकारियों के समक्ष जनसुनवाई में दिया आवेदन
उज्जैन। मंगलवार को बृहस्पति भवन में जनसुनवाई अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी श्री जीएस डाबर एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की गई। ग्राम करनावद तहसील खाचरौद निवासी कस्तूराबाई पति रूगनाथ ने आवेदन दिया कि वे आंखों से देखने में असमर्थ हैं और उनकी उम्र 70 वर्ष से अधिक हो चुकी है। 2 साल पहले उनके पुत्र ने गांव के पटवारी से सांठगांठ कर धोखे से जमीन के कागजात पर अंगूठा लगवा कर उनके स्वामित्व का मकान और कुछ जमीन अपने नाम करवा ली है। तब से लेकर आज तक कस्तूराबाई अपनी पुत्री एवं रिश्तेदारों के यहां रहकर जीवन यापन कर रही है। आवेदिका ने उनके पुत्र द्वारा हड़पी गई भूमि को पुन: वापस दिलवाये जाने का निवेदन किया। इस पर पुलिस अधीक्षक उज्जैन को तत्काल पूरे मामले की जांच किये जाने हेतु आवेदन अग्रेषित किया गया।
ग्राम नैनावद तहसील तराना निवासी गोपाल पिता जगन्नाथ ने आवेदन दिया कि गांव में उनके मकान के सामने स्थित भूमि पर उनके और उनके भतीजे का स्वामित्व है। गांव के एक स्थानीय व्यक्ति द्वारा उस भूमि पर जबरन अतिक्रमण किया जा रहा है, अत: उनकी जमीन का विधिवत बटांकन करवाया जाकर वहां हो रहे अतिक्रमण को शीघ्र हटवाया जाये, ताकि वे खाली पड़ी जमीन का कुछ उपयोग कर सकें। इस पर तहसीलदार तराना को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
पांड्याखेड़ी मक्सी रोड निवासी परवीन पति परवेज ने आवेदन दिया कि उन्होंने कुछ समय पहले लखेरवाड़ी में रहने वाले एक व्यक्ति से आवश्यक काम आ जाने पर 50 हजार रूपये उधार लिये थे। उसके बदले में उस व्यक्ति ने उनसे एक बैंक का खाली चेक साईन करवा कर ले लिया था और कहा था कि रूपये लौटाने पर चेक उन्हें वापस कर देगा, परन्तु अब उनके द्वारा ब्याज सहित पूरे रूपये चुकाने के बावजूद उस व्यक्ति द्वारा लालच में आकर खाली चेक में 2 लाख 40 हजार रूपये भरकर बैंक में कैश करवाने के लिये लगा दिया है। खाते में इतने रूपये नहीं होने के कारण चेक बाउंस हो गया है। उक्त व्यक्ति उनसे 2 लाख 40 हजार रूपये वसूलना चाह रहा है और मना करने पर जान से मारने की धमकी दे रहा है। इस पर पुलिस अधीक्षक उज्जैन को आवश्यक कार्यवाही हेतु आवेदन अग्रेषित किया गया।
ग्राम सिपावरा तहसील घट्टिया निवासी राधेश्याम पिता कन्हैयालाल कटारिया ने आवेदन देकर शिकायत की कि उनके द्वारा पट्टे में मिली हुई जमीन पर गांव में मकान बनाया जा रहा था, लेकिन पास की जमीन के मालिकों द्वारा उन्हें उनके हिस्से की जमीन पर भी मकान नहीं बनाने दिया जा रहा है। इसके अलावा निर्माणाधीन मकान के कुछ हिस्से में उक्त व्यक्तियों द्वारा तोड़फोड़ भी की गई है। विरोध करने पर आवेदक के साथ मारपीट कर उन्हें डराया-धमकाया जा रहा है। आवेदक ने सम्बन्धितों के विरूद्ध उचित कानूनी कार्यवाही करने की मांग की। इस पर तहसीलदार घट्टिया को पूरे मामले की तत्काल जांच करने के निर्देश दिये गये।
बागपुरा सांवेर रोड निवासी गंगाबाई पति मोतीराम ने आवेदन दिया कि ग्राम मताना में उनके पति ने एक मकान बनाया था। पति के स्वर्गवास हो जाने के बाद वह मकान उनके और उनके पुत्र के नाम से नामांतरित कर दिया गया था। उनकी बहू और पोते द्वारा उनके स्वामित्व के मकान को कब्जे में करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा प्रार्थिया के साथ उनकी बहू व पोते-पोतियों द्वारा दुर्व्यवहार और समय-समय पर मारपीट भी की जा रही है। उनका पुत्र मजदूरी कर जीवन यापन करता है और उनसे तथा उनकी बहू और बच्चों से अलग रहता है, अत: उन्हें उनके स्वामित्व के मकान में रहने दिया जाकर बहू और पोते-पोतियों के विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही की जाये। इस पर एसडीएम उज्जैन को उचित कार्यवाही करने के लिये कहा गया है।
ग्राम गुनई खालसा निवासी राजेश पिता मायाराम ने आवेदन देकर शिकायत की कि उनके गांव में शासन की कपिल धारा योजना के अन्तर्गत कुआ खुदवाने के लिये 2 लाख 85 हजार रूपये की राशि स्वीकृत की गई थी। उक्त राशि ग्राम पंचायत के सचिव द्वारा निकाल ली गई है और कुआ खुदवाने के लिये गांव वालों को एक भी रूपया प्राप्त नहीं हुआ है। आवेदक ने यह भी शिकायत की कि पंचायत सचिव द्वारा उनके नाम से झूठे शपथ-पत्र पर फर्जी हस्ताक्षर कर यह प्रस्तुत किया गया है कि उक्त योजना के स्वीकृत समस्त राशि प्राप्त हो गई है, जबकि आज दिनांक तक उन्हें उक्त आशय की कोई भी राशि प्राप्त नहीं हुई है, अत: पंचायत सचिव के विरूद्ध शीघ्र दण्डात्मक कार्यवाही की जाये। इस पर सीईओ जनपद पंचायत उज्जैन को निर्देश दिये गये कि उक्त गांव में कपिल धारा कूप निर्माण सम्बन्धी जानकारी आज ही कार्यालय में उपलब्ध कराई जाये।
गुदरी बाजार निवासी विनोद चौरसिया ने आवेदन दिया कि पंचक्रोशी मार्ग पर तथा ग्राम बदरखा में 100 मीटर बेल्ट वृक्षारोपण हेतु रह गया है, अत: ग्राम बदरखा के पहले वृक्षारोपण किया जाये, ताकि पंचक्रोशी यात्रियों को गर्मी में छाया मिल सके। इस पर वन मण्डलाधिकारी उज्जैन को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। इसी प्रकार अन्य मामलों में अधिकारियों द्वारा जनसुनवाई की गई।