मंगल का मकर राशि में प्रवेश होते ही देश में शुरू हो गई प्राकृतिक आपदा
ujjain @ मई माह शुरू होते ही प्राकृतिक आपदा से देश भर में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। मध्यप्रदेश के कई जिलों में भी इस असर देखने को है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य के अनुसार मंगल ग्रह का केतु के साथ मकर राशि में प्रवेश हुआ है। जिसके कारण प्राकृतिक आपदा राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता और महंगाई में वृद्धि होगी। जबकि मौसम विशेषज्ञ के मुताबिक प्राकृतिक आपदा से देश के 6 राज्यों में तबाही हुई है। उज्जैन में भी पिछले 2 दिनों से मौसम में काफी परिवर्तन हुआ है।
महाकाल की नगरी उज्जैन में ज्योतिषी का विशेष महत्व है। क्योंकि पूरे विश्व की कालगणना उज्जैन की वैधशालाओं से ही होती है। ऐसे में यदि ग्रहों और नक्षत्रों में कुछ भी बदलाव होता है तो इसका सीधा-सीधा असर देखने को मिलता है।
मई माह के शुरू होते ही देशभर में प्राकृतिक आपदाओं का दौर शुरू हो गया। देश के कई राज्यों में कहीं आंधी-तुफान तो कहीं भीषण गर्मी और कहीं पर ओले गिरने से जनजीवन अस्त-व्यस्त नजर आ रहे है। ऐसे में ग्रहों की स्थिति बदलना भी कही न कही इससे जुड़ा होता है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि हालही में मंगल ग्रह और केतू का योग हुआ है। मंगल और केतु के योग होने से दो उग्र ग्रहों का संबंध हुआ है। जो अब मकर राशी में प्रवेश कर चुके है।
इससे राजनीतिक उथल-पुथल, असामायिक वृष्टि, बाढ़, तुफान, भयंकर आगजनी, यातायात की दुघर्टनाएं इन दिनों में ज्यादा हो सकती है। इसी प्रकार सरकार के निर्णय भी इस दौरान अविवेकपूर्ण होंगे। देश की जनता का कष्ट भोगना पड़ा सकता है।
ज्योतिषाचार्य आनंदशंकर व्यास के अनुसार मंगल किसी भी राशि में डेढ़ महीने से ज्यादा नहीं रहता है, लेकिन इस बार मंगल वक्री होकर मकर राशि में केतु के साथ 6 माह तक रहेगा। इसलिए यह समय संकट का है। वहीं मौसम विशेषज्ञ डॉ. राजेन्द्र गुप्त के अनुसार देश के कई राज्यों में आंधी-तुफान आया है। पिछले 7 दिनों से मौसम में काफी परिवर्तित हुआ है। उज्जैन में रात और दिन के तापमान में काफी वृद्धि हुई है।