महाकाल के दरबार के पहुंचे कमलनाथ, मांगा आशीर्वाद
ujjain @ मध्यप्रदेश कांग्रेस की कमान संभालने के बाद कमलनाथ ने मंदिरों की और रूख किया है। कमलनाथ आज उज्जैन पहुंचे। उन्होंने भगवान महाकाल के दरबार में पूजन-अभिषेक किया। कमलनाथ का उज्जैन में कांग्रेस नेताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके पहले उन्होंने भोपाल के लालघाटी स्थित हनुमान के दर्शन किए।
गुजरात और कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस ने अपनी चुनावी रणनीति बदलकर कई परिवर्तन किए थे। जिसमें चुनाव के पहले कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंदिर की यात्रा की। ऐसे में मध्यप्रदेश कांग्रेस की कमान मिलते ही कमलनाथ ने भी इसी फामूले की शुरूआत की है।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कल 6 घंटे लंबा रोड़शो करने के बाद आज कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ सबसे पहले मंदिरों के शहर उज्जैन में पहुंचे। दताना-मताना हवाई पट्टी पर कमलनाथ चार्टड प्लेन से जैसे ही उतरे। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी के साथ उनका भव्य स्वागत किया।
कमलनाथ सीधे विश्वप्रसिद्ध ज्योर्तिलिंग बाबा महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे। जहां पर कलमनाथ के कांग्रेस नेताओं के साथ गर्भगृह में भगवान महाकाल का पूजन किया। कमलनाथ ने महाकाल को रुद्राक्ष की माला अर्पित कर अभिषेक किया और आरती उतारी। पंडे-पुजारियों ने विधि-विधान से पूजन संपन्न करवाया। इस दौरान कांग्रेस नेता जीतू पटवारी, प्रेमचंद गुड्डू सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
महाकाल मंदिर में मीडिया से चर्चा करते हुए कमलनाथ ने मंदिरों का रूख करने वाले सवाल पर बड़े ही अनोखे अंजाम में कहा कि सारे मंदिर सारे देवी देवता हमारे है। इसका कोई अर्थ नहीं निकालना चाहिए। मैंने जरूर महाकाल से आर्शीर्वाद मांगा है। मैं सभी मंदिरों में जाता हुं। छिंदवाड़ा में भी हनुमान मंदिर बनाया है कई साल पहले। हम इससे राजनीति नहीं करते।
इसके साथ ही कमलनाथ ने मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि किसानों को पिछले 15 सालों में किसानों के हित में कुछ नहीं हुआ है। जितने उद्योग मध्यप्रदेश में लगते नहीं उससे ज्यादा बंद हो जाते है।
इसी साल के अंत में मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव है। ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के मंदिर चलो अभियान की तर्ज पर कमलनाथ का भी भक्ति प्रेम प्रकट होना कही न कहीं कांग्रेस की चुनावी रणनीति की एक चाल दिखाई देती है।