जल संकट से निपटने संगठित होकर आगे आ रहा समाज
उमरिया | सूखते तालाब, बंद होती नदियों की धार, नदी-नालों के बहते जल की लुप्त होती लहरें समाज के लिये चिंता के अतिरिक्त और क्या दे सकती हैं। इन सब कारणों को सोचने एवं समझने से यही मिलता है कि इन परिस्थितियो के लिये हम सब दोषी हैं। अपने दोषों का पश्चाताप भी हम सबको मिलकर करना होगा तभी हम अपनी आने वाली पीढ़ी को नदी-नाले एवं तालाब की सौगात दे सकेंगे, उन्हे जल संकट से मुक्ति दिला सकेंगें।
प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के इसी चिंतन का परिणाम थी नर्मदा सेवा यात्रा। जिसने पूरे प्रदेश में ही नही पूरे देश एवं विश्व में लोगों को जलसंरक्षण, संवर्द्धन एवं प्रबंधन के प्रति जागरूक कर दिया। इस वर्ष भी प्रदेश में सूखी नदियों के जीर्णोद्धार, वृक्षारोपण, नदियों, तालाबों की साफ-सफाई का महाअभियान प्रारंभ हो चुका है। समाज के सभी वर्गों का इसमें सहयोग मिल रहा है।
गत दिवस उमरिया जिले में भी उमरार नदी की सफाई के अभियान का श्री गणेश कर दिया गया है। पहले ही दिन बड़ी संख्या में लोगों ने एकत्र होकर जिला मुख्यालय स्थित ज्वालामुखी मंदिर के आसपास के क्षेत्र में जहां सबसे ज्यादा गंदगी थी की सफाई प्रारंभ की है। इस अभियान में अधिकारी, प्रशासन, राजनेता, समाजसेवी, स्वयंसेवी, मजदूर, युवा, शिक्षक, पत्रकार, व्यापारी के बीच कोई अंतर देखने को नहीं मिलता। सभी अपने भविष्य की चिंता को लेकर हाथों में कुदाली एवं तगाड़ी, फावडे़ लेकर अभियान में जुट पड़े हैं। जन अभियान परिषद इस महाअभियान में जिला प्रशासन के साथ संयोजक की भूमिका में आगे आ रहा है।