"विश्वरुपम" प्रदर्शनी का अतिथियों ने किया शुभारंभ
उज्जैन । महर्षि सांदीपनि वेद विद्या प्रतिष्ठान में आयोजित अन्तरराष्ट्रीय विराट गुरुकुल सम्मेलन में शनिवार 28 अप्रैल को डॉ. मोहन भागवत, मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान, केन्द्रीय शिक्षा मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर एवं केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री थावरचन्द गेहलोत ने महर्षि सांदीपनि की प्रतिमा के समक्ष दीप दीपन कर "विश्वरुपम" प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। अतिथियों के आगमन पर गुरुकुल के विद्यार्थियों शंखध्वनि व वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पुष्पवर्षा कर उनका स्वागत किया।
विश्वरुपम प्रदर्शनी में गुरुकुल व्यवस्था को प्रभावी रुप से प्रदर्शित किया गया है। इस प्रदर्शनी में देश के अलग-अलग गुरुकुलों से आए बटुकों ने गुरुकुल व्यवस्था को वास्तविक रुप में दर्शाया गया है। वन-क्षेत्र में बना गुरुकुल व वट वृक्ष की छांव में आचार्य से विद्या प्राप्त कर वेदोच्चार करते बटुकों को देखकर गुरुकुल शिक्षा परम्परा जीवंत हो उठी। गुरुकुल में शास्त्रीय संगीत की शिक्षा के हुनर का प्रदर्शन विद्यार्थी कर रहे थे। इसी के निकट पंडाल में चित्रकला में निपुण विद्यार्थी रंगों के माध्यम से गुरु-शिष्य परम्परा का चित्रण कर रहे थे।
प्रदर्शनी में विविध स्टॉल्स पर गुरुकुलों द्वारा निर्मित खादी के वस्त्र, पूजन सामग्री, यज्ञ में उपयोग किए जाने वाले तांबे व लकड़ी के विशेष पात्र आदि प्रदर्शित किए गए हैं। स्व-सहायता समूह द्वारा निर्मित आयुर्वेदिक औषधियां, जैविक तत्वों से निर्मित स्वास्थ्य वर्धक चाय, च्यवनप्राश व जैविक कपास से निर्मित मसलिन खादी के वस्त्र, टेराकोटा एवं मिट्टी के पात्र और पुरातन भारतीय संस्कृति एवं वेदों पर आधारित पुस्तकें भी क्रय हेतु उपलब्ध हैं। यह प्रदर्शनी 30 अप्रैल तक आम नागरिकों के अवलोकन के लिए खुली रहेगी।