उज्जैन जिले में 1 लाख 53 हजार 831 असंगठित श्रमिकों का पंजीयन हुआ
उज्जैन । राज्य शासन के द्वारा असंगठित श्रमिकों के लिये ऐतिहासिक कदम उठाते हुए ग्राम पंचायत एवं नगरीय निकायों में श्रमिकों के पंजीयन का बीड़ा उठाया गया है। शासन के निर्देशों के परिपालन में उज्जैन जिले में भी असंगठित श्रमिकों का पंजीयन किया गया है। जिले में ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों के असंगठित 1 लाख 53 हजार 831 श्रमिकों का पंजीयन अब तक किया जा चुका है। उज्जैन नगर निगम सीमा क्षेत्र में सर्वाधिक 36 हजार 857 ग्रामीण क्षेत्र जनपद पंचायत खाचरौद में 30 हजार 304 और जनपद पंचायत महिदपुर क्षेत्र में 27 हजार 549 एवं जनपद पंचायत उज्जैन क्षेत्र में 24 हजार 334 असंगठित श्रमिकों का पंजीयन किया गया है।
सर्वाधिक पंजीयन नगर निगम में 36857 हुआ
सहायक श्रमायुक्त ने बताया कि जिले की नगर निगम उज्जैन में सर्वाधिक 36 हजार 857 श्रमिकों का पंजीयन हुआ है। जनपद पंचायत खाचरौद में 30 हजार 304, जनपद पंचायत महिदपुर में 27 हजार 549, जनपद पंचायत उज्जैन में 24 हजार 334, जनपद पंचायत घट्टिया में 11 हजार 54, तराना जनपद पंचायत में 7 हजार 962, जनपद पंचायत बड़नगर में 8 हजार 796 असंगठित श्रमिकों का पंजीयन किया गया है। इसी प्रकार नगरीय निकाय खाचरौद में 262, नागदा में 960, महिदपुर में 2899, बड़नगर में 1767, तराना में 155, उन्हेल में 917 और नगरीय निकाय माकड़ोन में 15 असंगठित श्रमिकों का पंजीयन किया गया है।
श्रमिकों को मिलेगा ये लाभ
श्रमिकों को 200 रूपये मासिक फ्लेट रेट पर बिजली, गर्भवती श्रमिक महिलाओं को पोषण आहार के लिये 4 हजार रूपये, प्रसव होने पर महिला के खाते में 12500 रूपये जमा किये जायेंगे। घर के मुखिया श्रमिक की सामान्य मृत्यु पर परिवार को 2 लाख तथा दुर्घटना में मृत्यु पर 4 लाख रूपये की सहायता दी जायेगी। हर भूमिहीन श्रमिक को भूखण्ड या मकान उपलब्ध कराया जायेगा। स्वरोजगार के लिये ऋण उपलब्ध रहेगा, सायकल रिक्शा चलाने वालों को ई-रिक्शा और हाथठेला चलाने वाले को ई-लोडर का मालिक बनाने की पहल की जायेगी। बैंक ऋण की सुविधा 5 प्रतिशत ब्याज अनुदान के साथ 30 हजार रूपये की सब्सिडी दी जायेगी। श्रमिक को मृत्यु पर अन्तिम संस्कार के लिये ग्राम पंचायत/नगरीय निकाय से 5 हजार रूपये की नगद सहायता उपलब्ध कराई जायेगी।