महाकाल क्षेत्र श्रद्धालुओं के लिये होगा आकर्षण का केन्द्र
स्मार्ट सिटी योजना के अन्तर्गत परामर्शदात्री समिति की बैठक सम्पन्न
उज्जैन | ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन की अध्यक्षता में स्मार्ट सिटी योजना के अन्तर्गत परामर्शदात्री समिति की बैठक सिंहस्थ मेला कार्यालय के सभाकक्ष में सम्पन्न हुई। बैठक में जनप्रतिनिधियों ने महाकाल, रूद्र सागर इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट एक्शन प्लान को पॉवर पाइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से देखा और उनसे सुझाव लिये। श्री महाकालेश्वर मन्दिर के आसपास बाहर से आने वाले श्रद्धालु एवं पर्यटकों की सुविधा और आकर्षण के लिये स्मार्ट सिटी कंपनी के द्वारा प्लान तैयार किया गया है। इस प्लान के अनुसार विकास कार्य किया जायेगा। विकास कार्य होने से महाकाल क्षेत्र एक अलग आकर्षण का केन्द्र होगा।
बैठक में विधायक डॉ.मोहन यादव, महापौर श्रीमती मीना जोनवाल, यूडीए अध्यक्ष श्री जगदीश अग्रवाल, नगर निगम आयुक्त डॉ.विजय कुमार जे., स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अवधेश शर्मा, दिल्ली के आर्किटेक्ट श्री हेमन्त आदि उपस्थित थे। दिल्ली से आये आर्किटेक्ट श्री हेमन्त ने स्मार्ट सिटी योजना के अन्तर्गत महाकाल क्षेत्र एवं होटल शान्ति पैलेस तथा चामुण्डा माता चौराहा की रोटरी के विकास के प्लान को पॉवर पाइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से विस्तार से दिखाया और समझाया। जनप्रतिनिधियों ने भी अपने-अपने सुझाव दिये। ऊर्जा मंत्री श्री जैन एवं उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने कहा कि प्लान अच्छा है और जैसा प्लान बताया गया है, उसी अनुसार यदि विकास कार्य किया जाये तो प्रशंसनीय होगा। प्लान को अन्तिम रूप दिया जाये। विकास के काम में सबका सहयोग आवश्यक है। बैठक में चर्चा अनुसार विकास के कार्य को अंजाम दिया जाना सुनिश्चित करें। बैठक में अवगत कराया गया कि महाकाल आने वालों के लिये यातायात व्यवस्था, रात्रि में लेजर शो से महाकाल की कथा, विशाल शिव की प्रतिमा, रूद्र सागर का सौन्दर्यीकरण, सुविधाजनक दर्शन व्यवस्था आदि विकास कार्यों में शामिल है।
बैठक में बताया गया कि उज्जयिनी धार्मिक नगरी होने के कारण देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु उज्जैन में आते हैं। उन सब श्रद्धालुओं के भाव को ध्यान में रखते हुए स्मार्ट सिटी योजना के अन्तर्गत योजनाबद्ध तरीके से विकास कार्यों को अंजाम दिया जायेगा। शिव के 108 अलग-अलग नामों से जाना जाता है, उसी अनुसार शिव की महिमा के अनुसार कार्य किये जायेंगे। विधायक डॉ.मोहन यादव ने सुझाव दिया कि उज्जयिनी की पहचान विश्व में अलग है। उज्जैन में शिव के अलावा भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली और शक्तिपीठ मां हरसिद्धि होने के कारण इनकी भी महत्ता को ध्यान में रखते हुए विकास कार्य किये जायें, ताकि और अधिक श्रद्धालुओं में आकर्षण का केन्द्र स्थापित हो सकेगा। विधायक डॉ.यादव ने कहा कि पूर्व में जो प्लान लिये गये हैं वे प्लान स्मार्ट सिटी में शामिल न होने पाये। दिल्ली से आये आर्किटेक्ट श्री हेमन्त ने आश्वस्त किया है कि स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत जो प्लान तैयार किया गया है वह स्मार्ट ही होंगे। ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन ने बैठक के अन्त में कहा कि उज्जैन शहर में स्मार्ट एजुकेशन हब का भी प्लान तैयार किया जाये और उनकी ओर से 25 लाख रूपये उपलब्ध कराये जायेंगे।