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खरीदी गई उपज का शीघ्र परिवहन कर भण्डारण कराएं, संभागीय समीक्षा बैठक में संभागायुक्त श्री ओझा ने दिए निर्देश


 

    उज्जैन । संभाग के सभी जिलों में समर्थन मूल्य पर गेहूं, चना, सरसों, मसूर की खरीदी का कार्य उपार्जन केन्द्रों पर चल रहा है, परन्तु कई उपार्जन केन्द्रों पर खरीदी गई उपज का परिवहन एवं भण्डारण का कार्य धीमा है। उज्जैन जिले के कई उपार्जन केन्द्रों में परिवहन की स्थिति काफी खराब है। सम्बन्धित विभाग समर्थन मूल्य पर खरीदी गई उपज का तुरन्त परिवहन एवं भण्डारण सुनिश्चित करें।

    संभागायुक्त श्री एमबी ओझा ने आज मंगलवार को बृहस्पति भवन में संभागीय अधिकारियों की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में ये निर्देश दिए। बैठक में नगर निगम आयुक्त डॉ.विजय कुमार जे., अपर कलेक्टर श्री अवधेश शर्मा, संयुक्त आयुक्त श्री प्रतीक सोनवलकर, विकास प्राधिकरण के सीईओ श्री अभिषेक दुबे तथा सभी संभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

भावान्तर के शेष 4 करोड़ 3 दिन में बंट जाएंगे

    संभागायुक्त द्वारा भावान्तर योजना के अन्तर्गत संभाग के सभी जिलों के ऐसे किसानों, जिन्हें अभी तक भावान्तर की राशि का भुगतान नहीं हुआ है, की जानकारी मांगे जाने पर सम्बन्धित विभाग के अधिकारी ने बताया कि पूरे संभाग में अभी भावान्तर योजना के 4 करोड़ रूपये दिए जाना शेष हैं। शासन से राशि प्राप्त हो गई है तथा आगामी 3 दिनों में भुगतान की कार्रवाई हो जाएगी। उज्जैन जिले में भावान्तर योजना के अन्तर्गत 1.26 करेाड़ रूपये का भुगतान किया जाना शेष है।

रकबे का सत्यापन शीघ्र कराएं

    समर्थन मूल्य एवं भावान्तर योजना के अन्तर्गत किसानों द्वारा कराए गए पंजीयन के अन्तर्गत उनके बोए गए रकबे के सत्यापन का कार्य शीघ्र कराए जाने के संभागायुक्त ने निर्देश दिए। बताया गया कि पूरे संभाग में अभी 34 हजार 105 किसानों के रकबे का मिलान नहीं हो पाया है, जिसमें सर्वाधिक 11 हजार किसान देवास जिले के हैं।

शिप्रा में प्रदूषण की क्या स्थिति है?

    संभागायुक्त ने जब प्रदूषण निवारण मण्डल के अधिकारी से पूछा कि शिप्रा नदी में प्रदूषण की क्या स्थिति है, तो वे इसका समुचित जवाब नहीं दे पाए। इस पर संभागायुक्त द्वारा निर्देश दिए गए कि शिप्रा नदी में देवास से लेकर उज्जैन जिले तक प्रदूषण की स्थिति का प्रदूषण निवारण मण्डल आंकलन कर जानकारी दे।

85 प्रतिशत हैण्ड पम्प चल रहे हैं

    संभागायुक्त द्वारा संभाग के सभी जिलों में पेयजल की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर जल संसाधन विभाग के अधिकारी द्वारा बताया गया कि पूरे संभाग में 85 प्रतिशत हैण्ड पम्प चालू हैं तथा अभी कहीं भी पेयजल परिवहन की स्थिति नहीं बनी है। संभागायुक्त ने निर्देश दिए कि सभी जिलों के सभी क्षेत्रों में पेयजल की पर्याप्त आपूर्ति विभाग द्वारा सुनिश्चित की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि पेयजल, भावान्तर योजना एवं समर्थन मूल्य पर खरीदी की जानकारी सम्बन्धित अधिकारी अपडेट रखें।

पंजीकृत असंगठित मजदूरों को लाभ

    बैठक में संभागायुक्त द्वारा संभाग में असंगठित मजदूरों के पंजीयन के सम्बन्ध में जानकारी मांगे जाने पर श्रम अधिकारी द्वारा बताया गया कि पूरे संभाग में 4.05 लाख असंगठित मजदूरों को चिन्हित किए जाकर 1.25 लाख से अधिक असंगठित श्रमिकों के पंजीयन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। योजना के अन्तर्गत 18 से 60 वर्ष की आयु     के 36 नियोजनों में से किसी में भी वर्ष में 90 दिन कार्य करने पर असंगठित मजदूर के रूप में हितग्राही का पंजीयन किया जाता है। इसके लिये आवश्यक है कि उसके पास एक हेक्टेयर से अधिक भूमि न हो, वह इंकमटैक्स दाता न हो, सरकारी सेवा में न हो एवं निजी नियोजन में नियमित न हो। पंजीकृत असंगठित मजदूर को मृत्यु होने पर 2 लाख रूपये, दुर्घटना से मृत्यु पर 4 लाख रूपये, आंशिक नि:शक्तता पर 1 लाख रूपये, अस्थाई नि:शक्तता पर 2 लाख रूपये की राशि तथा अन्त्येष्टि सहायता के रूप में 5 हजार रूपये की राशि प्रदान की जाती है। स्त्रियों को प्रसूति सहायता के रूप में 16 हजार रूपये की राशि शासन द्वारा दी जाती है।

 

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