एलोपेथी पध्दति देश में मृत्युदर को दे रही बढ़ावा
यूनानी एवं आयुर्वेदिक दवाओं के फायदे बताने हेतु आयोजित सेमीनार में बोले वक्ता
उज्जैन। आज के दौर में इंसान के पास खुद के शरीर के लिए ही बराबर वक्त नहीं है और वह भागदौड़ भरी जिंदगी में लगा रहता है और मशीन की तरह काम करता है। इससे उसका भोजन, विश्राम, दिनचर्या सभी गड़बड़ा गये हैं और इससे कम उम्र में इंसान बहुत बीमारियों से घिरता जा रहा है और इनके इलाज में एलोपेथिक दवाईयां खाकर नई बीमारियों को बुलावा दे रहा है और साईड इफेक्ट उसके शरीर को खोखला कर रहे है। एलोपेथी पध्दति देश में मृत्यु दर को बढ़ावा दे रही है।
यह बात महाकाल रोड़ स्थित शिवम इंपीरियल होटल में यूनानी एवं आयुर्वेदिक दवाओं के फायदे बताने हेतु आयोजित सेमीनार में मुख्य अतिथि के रूप में क्योर यूनानी मेडिसिन कंपनी के फाउंडर एवं चेयरमेन कमरूज्जमा नदवी सहारनपुर ने संबोधित करते हुए कही। विशेष अतिथि के रूप में मुंबई से हकीम खालिद कमाल मौजूद रहे। वाहिद खान ने बताया कि सेमीनार में यूनानी मेडिसिन की अहमियत, इसके फायदे और एलोपेथिक मेडिसिन के मुकाबले में यूनानी एवं आयुर्वेदिक दवाओं का तेजी से असर व बीमारियों को जड़ से मिटाने व एलोपेथिक की तरह साईड इफेक्ट होने के खतरे से बचाते हुए यूनानी व आयुर्वेदिक दवाओं के फायदे बताये गये। डॉ. कमरूज्जमा ने बताया कि यूनानी पध्दति बेहद कारगर होकर साईड इफेक्ट रहित है जिसमें कम खर्च में बेहतद इलाज होकर जड़ से मर्ज गायब हो जाता है। इस अवसर पर डॉ. वहीद खान, डॉ. शकील अंसारी, नासिर नदवी, अशरफ पठान, अब्दुल रहमान, रईस डॉक्टर, जावेद खान, इसरार खान, रामचंद्र मालवीय, सलीम उद्दवी आदि मौजूद रहे।