पंजाबी रंग में रंगा उज्जैन शहर, मंच पर लुधियाना के डांस ग्रुप के साथ हुआ भांगड़ा
Ujjain @ कालिदास अकादमी परिसर में शहरवासी पूरी तरह पंजाबी रंग में रंग गए। पंजाबी तड़के की खुशबू के साथ लुधियाना से आए कलाकारों के साथ सिक्ख समाज के युवा भांगड़ा-गिद्धा और पंजाबी गीतों पर थिरकते रहे। वहीं पूरे परिसर में खाट, ट्रैक्टर, कुआं सहित अन्य सजावट के साथ पूरे परिसर को पंजाब की तर्ज पर सजाया गया तो समाजजन उसके आसपास सेल्फी लेने से पीछे नहीं रहे।
पंजाबी साहित्य अकादमी भोपाल के सहयोग से खत्री अरोडवंशीय समाज और सिक्ख समाज की ओर से पंजाब दा लश्कारा नाम से वैशाखी मेले का आयोजन किया गया। अकादमी में प्रवेश करते ही पंजाब जीरो किलोमीटर का माइल स्टोन लगाते हुए लालटेन और गन्ने से सजाया हुआ प्रवेश द्वार बनाया गया। ऊर्जा मंत्री पारस जैन, सांसद डॉ. चिंतामणि मालवीय, भाजपा नगराध्यक्ष इकबाल सिंह गांधी ने पंजाबी वैशाखी मेले का शुभारंभ किया। इसके बाद लुधियाना के दीप फोक डांस ग्रुप के 20 कलाकारों के दल ने पारंपरिक पंजाबी भांगड़ा और गिद्धा नृत्य की प्रस्तुति शुरू की। पारंपरिक पंजाबी वेशभूषा के साथ ग्रुप के साथ समाज के युवा जमकर थिरके। मंच के सामने की ओर से ढाबा स्टाइल में ट्रैक्टर और खाट के बीच पंजाबी व्यंजनों के फूड स्टॉल लगाए गए। अमृतसर से आए 30 कारीगरों के दल ने लच्छा पराठा, राजमा, नमकीन लस्सी, हनी गोभी, पनीर टिक्का, भीग कुल्चा, टीप कुल्चा, पकोड़ा सहित कई तरह के पंजाबी व्यंजन तैयार किए। मुक्ताकाशी मंच के सामने चारों तरफ साइकिल रिक्शा, कुआं सहित अन्य पंजाबी स्टाइल में पूरे परिसर को सजाया गया। खास बात यह रही कि इस मेले में पंजाबी समाजजनों के अलावा आम नागरिक भी बड़ी संख्या में शामिल हुए।