विधायक ने मुख्यमंत्री से वादा निभाने में श्रमिकों का सहयोग का किया वादा, श्रमिकों ने शासन पर संदेह जताया
उज्जैन। बिनोद मिल्स संघर्ष समिति की बैठक रविवार को श्रम शिविर कोयला
फाटक पर हुई जिसमें विधायक ने जहां मुख्यमंत्री की घोषणा को कार्यान्वित
कराने में सहयोग का भरोसा दिलाया वहीं श्रमिकों ने शासन की मंशा पर संदेह
प्रकट किया।
बैठक हरिशंकर शर्मा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में ओमप्रकाश भदौरिया,
मेवाराम, रशीद भाई, प्रेम भावसार, संतोष सुनहरे, प्रद्योत चंदेल,
वीरेन्द्र कुशवाह, प्रहलाद यादव उपस्थित थे। वक्ताओं में प्रमुख रूप से
तराना विधायक अनिल फिरोजिया ने श्रमिकों को बकाया भुगतान दिलाने हेतु
भरपूर प्रयास करने का वादा किया तथा मुख्यमंत्री को उनकी घोषणा
कार्यान्वित कराने हेतु अपना योगदान देने का भरोसा दिलाया। अन्य वक्ताओं
ने शासन की मंशा पर संदेह प्रकट किया। हुकुमचंद मिल मामले में शासन के
अभिभाषक के पेशी पर उपस्थित न होने पर जस्टिस प्रकाश श्रीवास्तव की बैंच
ने सख्त टिप्पणी करते हुए शासन पर 50 हजार जुर्माना लगाया और 19 अप्रैल
को अनिवार्य रूप से बहस किये जाने की बात कही। श्रमिकों की ओर से अभिभाषक
धीरजसिंह पंवार उपस्थित थे। हायकोर्ट ने यह भी लिखा कि मजदूर भुगतान के
लिये इंतजार कर रहे हैं और बड़ी आशा से पेशी पर आते हैं कि इस मसले का हल
निकल जाए तो उनका बकाया मिल सके। बिनोद मिल्स के 177 श्रमिकों में से जो
बाकी मजदूर बचे हैं वे शीघ्र मजदूर संघ पर उपस्थित हों। ऐसे श्रमिक
गौशाला एवं कैंटीन श्रमिक हैं। भदौरिया ने फर्जी नेताओं से सावधान रहने
और ऐसे लोगों को चंदा न देने की अपील की।