किसान महासम्मेलन के सम्बन्ध में संभागायुक्त ने ली वीसी, कलेक्टर्स से की चर्चा व दिये निर्देश
उज्जैन । शुक्रवार की शाम एनआईसी कक्ष में संभागायुक्त श्री एमबी ओझा ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के 16 अप्रैल को शाजापुर में होने वाले 'किसान महासम्मेलन' की तैयारियों के सम्बन्ध में उज्जैन व भोपाल संभाग के जिला कलेक्टर्स को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। वीसी में सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप जीआर, संयुक्त आयुक्त श्री प्रतीक सोनवलकर, एडीएम श्री जीएस डाबर, परिवहन अधिकारी, कृषि, मंडी बोर्ड, मार्कफेड, उद्यानिकी, सहकारिता, बीज निगम, बीज प्रमाणीकरण, वेयर हाउसिंग कॉर्पोरेशन, खाद्य आदि विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
वीसी में बताया गया कि कृषक समृद्धि योजना के अन्तर्गत किसान महासम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान 16 अप्रैल को शाजापुर में आयोजित कार्यक्रम में किसानों को योजना अन्तर्गत राशि वितरित करेंगे। उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा निर्णय लिया गया है कि कृषि समृद्धि योजना के अन्तर्गत वर्ष 2017 में उपार्जित किये गये गेहूं एवं धान पर 200 रूपये प्रति क्विंटल किसानों को प्रोत्साहन राशि दी जायेगी।
संभागायुक्त ने कलेक्टर्स को निर्देश दिये कि उज्जैन, देवास, आगर मालवा, रायसेन, विदिशा, राजगढ़ एवं सीहोर जिलों से किसानों को कार्यक्रम स्थल शाजापुर ले जाने के लिये बसों की सुव्यवस्थित व्यवस्था की जाये। परिवहन विभाग के अधिकारी को निर्देश दिये बसें अच्छी हालत में हों तथा वाहन चालक कुशल हों। वाहनों की रवानगी से पूर्व सभी सम्बन्धित जिलों को चेकलिस्ट बनाने के लिये कहा गया है एवं वाहन प्रभारियों के मोबाइल नम्बर शाजापुर कंट्रोल रूम को उपलब्ध कराने के लिये भी निर्देशित किया गया है। उन्होंने सभी जिलों में कंट्रोल रूम स्थापित कर शाजापुर के कंट्रोल रूम (07364227798) से समन्वय स्थापित करने को कहा है। संभागायुक्त ने सभी सम्बन्धित कलेक्टर्स को निर्देशित किया है कि सभी बसों का पूर्वाह्न 11 बजे तक कार्यक्रम स्थल पर पहुंचना सुनिश्चित करें। दूरी के हिसाब से उनकी रवानगी का समय तय करें।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि गर्मी मौसम को देखते हुए बसों में पेयजल, फर्स्टएड किट एवं स्वास्थ्य विभाग से एक कर्मचारी की ड्यूटी सुनिश्चित करने करें। उन्होंने सुझाव दिया कि कार्यक्रम स्थल के पास के गांवों से छोटे वाहनों से भी किसानों को लाया जा सकता है। पार्किंग व्यवस्था के सम्बन्ध में भी उन्होंने महत्वपूर्ण सुझाव दिये।