कृषक समृद्धि योजना का पैसा 16 अप्रैल को समारोहपूर्वक किसानों के खाते में भेजा जायेगा
प्रदेश में कुल 1700 करोड़ रूपये योजना अन्तर्गत स्वीकृत
उज्जैन । कृषक समृद्धि योजना का पैसा 16 अप्रैल को समारोहपूर्वक किसानों के खाते में भेजा जायेगा। प्रदेश में कुल 1700 करोड़ रूपये किसानों को इस योजना के अन्तर्गत प्रदान किये जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान 16 अप्रैल को शाजापुर में आयोजित कार्यक्रम में किसानों को योजना अन्तर्गत राशि वितरित करेंगे। उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा निर्णय लिया गया है कि कृषि समृद्धि योजना के अन्तर्गत वर्ष 2017 में उपार्जित किये गये गेहूं एवं धान पर 200 रूपये प्रति क्विंटल किसानों को प्रोत्साहन राशि दी जायेगी। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने इस सिलसिले में आज शुक्रवार को प्रदेश के सभी जिला कलेक्टरों एवं संभागायुक्तों की वीडियो कॉन्फ्रेंस लेकर योजना के क्रियान्वयन के लिये दिशा-निर्देश दिये।
उज्जैन एनआईसी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में संभागायुक्त श्री एमबी ओझा, कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री संदीप जीआर एवं अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया है कि खातों में पैसा पहुंचाने के पहले खातों का सत्यापन किया जाना अनिवार्य है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार गेहूं की खरीदी की व्यवस्था सभी जिलों में अच्छी है। उन्होंने निर्देश दिये कि आवश्यकता अनुसार अतिरिक्त खरीदी केन्द्रों की स्थापना करने में विलम्ब न किया जाये। वीसी में मुख्यमंत्री ने श्रमिक पंजीयन कार्य की सराहना करते हुए कहा कि पंजीयन का कार्य अच्छा हुआ है। अब पंजीकृत श्रमिकों को 17 अप्रैल से लाभान्वित करना प्रारम्भ किया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने स्पष्ट किया कि किसान यदि वर्तमान में समर्थन मूल्य पर गेहूं की बिक्री मंडी में भी करता है तो उन्हें भी कृषक समृद्धि योजना के अन्तर्गत 200 रूपये प्रति क्विंटल की राशि प्रदान की जायेगी। मुख्यमंत्री ने इस बात का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये हैं।
कलेक्टर ने गेहूं उपार्जन की समीक्षा की
वीडियो कॉन्फ्रेंस के उपरान्त कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे ने जिला अधिकारियों के साथ गेहूं उपार्जन कार्य की समीक्षा की। उन्होंने सख्त हिदायत दी है कि गेहूं का परिवहन किसी भी स्थिति में रोका नहीं जाना चाहिये। प्रति सप्ताह 90 प्रतिशत गेहूं का परिवहन यदि नहीं होता है तो सम्बन्धित अधिकारियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा है कि गेहूं उपार्जन के लिये छोटे किसानों को पहले एसएमएस भेजे जायें।