अन्नदाताओं को सब्जबाग दिखाकर छल रहे मुख्यमंत्री-शेरू पटेल
उज्जैन। भावांतर योजना लागू करने, एसएमएस द्वारा किसानों को सूचना देने की मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार की घोषणा महज छलावा है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान प्रदेश के अन्नदाता किसानों को योजनाओं के नाम पर सब्जबाग दिखा रहे है जबकि सच्चाई यह है कि अधिकांश किसानों को भावांतर का भुगतान नहीं मिल रहा है। चना, मसुर, सरसों खरीदी हेतु एसएमएस नहीं आ रहे हैं। लहसुन काफी कम भाव में खरीदा जा रहा है। महीनों पुराना गेहूं का भुगतान किसानों को अब तक नहीं मिला है। भाजपा सरकार किसानों के साथ घोर अन्याय कर रही है, ऐसी सरकार को उखाड़ फैंकने का मैं किसानों से आव्हान करता हूं। उक्त बात चिमनगंज मंडी प्रांगण में आयोजित धरना प्रदर्शन के दौरान किसानों को संबोधित करते हुए मंडी उपाध्यक्ष शेरू पटेल ने कही। भावांतर योजना के त्रुटियों के साथ लागू होने, इसका लाभ किसानों को न मिलने, उपज खरीदने की सूचना एसएमएस से न मिलने सहित किसानों की अनेक मांगों को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में जिलाध्यक्ष जयसिंह दरबार की उपस्थिति में मंडी मे किसानों ने मंडी बंद करवाई तथा धरना दे दिया। जिला पंचायत सदस्य करण कुमारिया के अनुसार शेरू पटेल के नेतृत्व में हुए धरना प्रदर्शन में किसानों ने अपनी पीड़ा सुनाई। धरने के उपरांत राज्यपाल, कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन कलेक्टर प्रतिनिधि तोमर को सौंपा गया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष महेश परमार, पूर्व विधायक रामलाल मालवीय, हेमंतसिंह चौहान, विक्की यादव, मंडी संचालक कमलसिंह हिरावत, माया राजेश त्रिवेदी, रवि राय, वासुदेव रावल, बाबूसिंह पंवार, मदनलाल गुजराती, तेजकरण मालवीय, संजय वर्मा, राजकुमार, बहादुरसिंह देपन, उमेश पटेल, गब्बर ठाकुर, प्रेमसिंह कन्नौजिया, जावेद पटेल, कैलाश जाट, यश पटेल, मुख्त्यार भाई, महेश पटेल, धर्मेन्द्र बाघेला, जगदीश मीणा सहित कांग्रेसजन व किसान उपस्थित थे। ज्ञापन का वाचन जयसिंह दरबार ने किया।