सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, दो दिन सामूहिक हड़ताल पर कर्मचारी
उज्जैन। उज्जैन संभाग के सभी विभाग के कर्मचारियों ने 7 सूत्री मांगों को लेकर टॉवर चौक पर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। सामूहिक अवकाश लेकर 13 अप्रैल तक हड़ताल करेंगे।
पूर्व में प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने दो महीनों मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया था। अभी तक मागों को लेकर कोई भी कदम नहीं उठाया गया इस कारण सरकार के प्रति सभी कर्मचारियों में आक्रोश है। जिसके चलते प्रदेश के छह बडें कर्मचारी संगठन लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ,मंत्रालय कर्मचारी संघ, त़तीय वर्ग कर्मचारी संघ, लघुवेतन कर्मचारी संघ,राजस्व कर्मचारी संघ एवं नगरपालिका कर्मचारी संघ के आव्हान पर प्रदेश के चार लाख अधिकारी-कर्मचारी समूहिक अवकाश लेकर हड्ताल है। हड़ताल के चलते राज्य सचिवालय से लेकर ग्राम सचिवालय तक का कार्य प्रभावित होगा ।
कर्मचारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री के दो माह में मांगों की पूरी करने का आश्वासन देने के बाद भी कार्यवाही नही हुई है। ये मुकरी सरकार है, जो अपने वादों से मुकर जाती है। लेकिन अब आश्वासन नही ठोस कार्यवाही चाहियें। इसके लिए कर्मचारियों ने भोपाल सहित पद्रेश के प्रत्येक जिले में दो दिन के अवकाश आवेदन-पत्र भरकर अपने विभाग प्रमुख को सौंप दिये है। इस अवसर पर दिनेश कुमार गोठवाल, मोतीलाल निर्मल, अरुण रोज वानी, प्रकाश जैन, लता कुंडगले, अनिल मालवीय, कमलेश वाडिया, दिलीप पांगे, चित्रेश बाघे, विजय सिंह ठाकुर, चित्रांग दोहरे, प्रेमचंद नाहर, के.एन.शर्मा, विकास पुरोहित, राकेश खांडेकर, अजय जौहरी, आलोक रघुवंशी, विजय जैन, राजेश अखंड आदि उपस्थित थे। यह जानकारी मिडिया प्रभारी विकास पुरोहित ने दी।
यह मुख्य मांगे
1-लिपिक संवर्गाे की वेतन विसंगति दूर की जायें
2-रमेश चन्द्र शर्मा समिति की अनुसंशाये लागू की जाये
3-अर्जित अवकाश संग्रहण की सीमा 240 दिवस से बढाकर 300 दिवस की जायें
4- भृत्य एवं जमादार का पदनाम परिवर्तन किया जायें
5-मंत्रालयीन अनुभाग अधिकारी एवं निज सचिव का वेतन पुनरीक्षण किया जायें
6-पेंशनरों को सातवे वेतनमान का लाभ दिया जायें
7-दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को स्थाई किया जायें,संविदा कर्मचारियों का नियमितिकरण किया जायें